लखीमपुर खीरी: खेती किसानी से जुड़े तमाम लोग छुट्टा जानवरों से परेशान हैं. अभी तक इस इलाके में नीलगाय ही किसानों के लिए मुसीबत बनी हुई थी, लेकिन अब छुट्टा जानवर बड़े पैमाने पर किसानों की फसलों को नुकसान कर रहे हैं. धौरहरा लोकसभा क्षेत्र में छुट्टा जानवर से होने वाला नुकसान भी इस चुनाव में एक मुद्दा बन कर सामने आया है.
- धौरहरा लोकसभा क्षेत्र के शहर व गांव में लोग छुट्टा जानवर से काफी परेशान हैं.
- गांव के नसीर खान कहते हैं कि हमको घर पर बैठने की फुरसत नहीं मिलती. दिन-रात खेतों में छुट्टा जानवरों से अपनी फसल बचाने का काम मिल गया है.
- उल्लाह का कहना है कि अभी तक नीलगाय फसलों को तबाह करती थी, अब दोहरी मार है. नीलगाय के साथ छुट्टा जानवर भी नुकसान पहुंचा रहे हैं.
- ग्रामीण राजाराम का कहना है कि इस चुनाव में सामाजिक समीकरण भी खूब चल रहे हैं. मुस्लिम और दलित बहुल इस गांव में ज्यादातर लोग गठबंधन की तरफ मुखातिब है.
- गांव में छुट्टा जानवरों के अलावा गांव के लोगों ने नोटबंदी को एक गलत फैसला बताया. उनका कहना है कि सब पैसा जमा करा लिया गया और हमें मिला क्या. न भ्रष्टाचार कम हुआ, न आतंकवाद कम हुआ.