लखीमपुर खीरीः यूपी के दुधवा और पीलीभीत टाइगर रिजर्व सोमवार से सैलानियों के लिए खुल जाएंगे. सैलानी बाघों के दीदार के साथ ही वाइल्ड सफारी का मजा ले सकेंगे. दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक कहते हैं कि तैयारी पूरी है. सैलानियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा.
गौरतलब है कि यूपी के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने दुधवा, पीलीभीत और कर्तनियाघट वन्यजीव विहार को पर्यटकों के लिए खोलने के लिए हरी झंडी दे दी थी. 15 नवंबर से दुधवा और पीलीभीत टाइगर खोलने के आदेश दिए गए हैं. इको टूरिज्म बढाने के उद्देश्य से पहले एक नवंबर को नेशनल पार्क खोलने के आदेश दिए गए थे. हालांकि बाद में इस तिथि को बढ़ाकर 15 नवंबर कर दिया गया था. दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक कहते हैं सैलानी गाड़ी से घूम सकेंगे. एक गाड़ी पर चार लोग ही जा सकेंगे.
तराई के जंगलों के बाघ शर्मीले होते हैं. यही कारण है कि बाघ जंगल में सैलानियों को कम दिखाई देते हैं. फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक कहते हैं कि बाघ की एक बेसिक इंस्टिक्ट होती है. बाघ अकेले और शांत स्वभाव के होते हैं. उन्हें शोरशराबा पसंद नहीं होता है.
उन्होंने बताया कि दुधवा आने वाले सैलानियों को इस बार जंगली हाथी और गैंडो के भी दीदार होंगे. वे हाथी की सवारी भी कर सकेंगें. एक हाथी पर चार से ज्यादा लोग नहीं बैठेंगे. सभी को मास्क लगाना जरूरी होगा.
दुधवा टाइगर रिजर्व में इस बार सैलानियों को जंगली हाथियों के कुनबे भी खूब देखेन को मिलेंगे. दरअसल, नेपाल से आने वाले माइग्रेटरी हाथी इस बार दुधवा में ही ठहरे हुए हैं. नेपाल से आए घुमंतू हाथियों को यहां जंगल में खाने को खूब मिल रहा है. दुधवा टाइगर रिजर्व में इस समय 42 गैंडो का परिवार फल फूल रहा है. दो राइनो रिहैबिलिटेशन सेंटर सलूकापुर और छंगानाला दुधवा में चल रहे हैं.
दुधवा के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक कहते हैं कि जिन सैलानियों ने एक नवंबर के पहले बुकिंग कराई थी वह 15 नवंबर के बाद अपनी बुकिंग किसी भी दिन के लिए बढ़वा सकते हैं साथ ही जमा राशि समायोजित करा सकते हैं. सभी सैलानियों को कोविड नियमों का पालन करना होगा.
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