लखीमपुर खीरी: शहर में ओवरब्रिज के नीचे का रैन बसेरा होटल की तर्ज पर बनाया गया है. यहां आने वाले जरूरतमंद लोगों की कई सुविधाओं का ध्यान रखा जाता है. उन्हें सर्द रात में हीटर तो मिलते ही है, साथ ही रात में ठहरने वाले जरूरतमंद को एक चारपाई, गद्दा और रजाई मिलती है. हर समय सीसीटीवी कैमरे से उनकी निगरानी की जाती है. रैन बसेरों को चारों तरफ से कवर्ड किया गया है. ताकि अंदर हवा का प्रवेश न हो और कोई जानवर भी न जा पाए.
सुबह और शाम रैन बसेरे को सैनिटाइज किया जाता है. साफ सफाई का विशेष ध्यान दिया जाता है. लाइटिंग की भी अच्छी व्यवस्था है. रैन बसेरे में 24 घण्टे नगरपालिका के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है. वह अपने साथ दवाइयों की किट भी रखते हैं, ताकि अगर रात में किसी को जरूरत पड़ जाए तो उसका प्राथमिक इलाज हो सके.
पूरे जिले में 19 रैन बसेरा गए बनवाए
गुरुवार की शाम इस रैन बसेरे का डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह और एसडीएम सदर डॉ. अरुण कुमार सिंह ने निरीक्षण किया. डीएम रैन बसेरा देखकर गदगद हो गए. अधिकारियों ने रैन बसेरे में रूके लोगों से बात भी की और जरूरत मंद लोगों को कम्बल व मास्क बांटे. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सर्दी को देखते हुए पूरे जिले में 19 रैन बसेरा बनवाए गए हैं. आठ हजार जरूरतमंद लोगों को कम्बल बांटे जा चुके है. 180 जगहों पर अलावा जलवाए जा रहे हैं.
हीटर और आलआउट की व्यवस्था
रैन बसेरे में हीटर और आलआउट की भी व्यवस्था की गई है. रैन बसेरे में तीस चारपाई पर दो हीटर और दो आलआउट है, ताकि जो लोग देर रात आते हैं. वह सर्दी से बचने के लिए इनका इस्तेमाल कर सके. वह पूरी रात रैन बसेरे में चैन से गुजार सके.
बीस से तीस लोग ठहरते हैं रोज
एसडीएम सदर अरुण कुमार सिंह ने बताया कि रोज कम से कम दस लोग रैन बसेरे में ठहरते हैं. पीने के लिए रोज सुबह और शाम पानी की व्यवस्था की जाती है. ईओ ने बताया कि अगर कोई समाजसेवी लंच पैकेट दे जाता है तो उनको रखवा दिया जाता है और अगर किसी को जरूरत होती है तो उसे दे दिया जाता है.
डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पूरे जिले में 19 रैन बसेरे बनाए गए हैं. सर्दी को देखते हुए आठ हजार जरूरतमंद लोगों को कम्बल बांटे जा चुके हैं. 180 जगहों पर अलाव जलवाए जा रहे हैं. सर्द हवाओं को देखते हुए अलाव की संख्या बढ़वाई जा रही है.