लखीमपुर खीरी: ग्रीन जोन में चल रहे जिले में प्रवासी मजदूरों ने प्रशासन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. महाराष्ट्र से आए प्रवासी कामगारों को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उनकी सैम्पलिंग कराई गई है. इन प्रवासी मजदूरों को तेज बुखार, खांसी और कुछ को सांस लेने में दिक्कत भी है. जिला प्रशासन ने इन सभी को संस्थागत क्वारेंटाइन सेंटर में रखा है. जहां डॉक्टरों की टीम उनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए है.
महाराष्ट्र से लाए गए प्रवासी मजदूर
जिले में श्रमिक स्पेशल ट्रेन से महाराष्ट्र से 50 मजदूरों को लाया गया है. यह मजदूर अपने घर आकर काफी खुश हैं. प्रशासन ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया तो इनमें से 41 में बुखार और खांसी के लक्षण पाए गए. जिसके आधार पर प्रशासन ने इनको कोरोना संदिग्ध मानते हुए स्क्रीनिंग सेंटर में रखा है.
इन सभी 41 प्रवासी कामगारों की कोरोना वायरस की सैंपलिंग कराकर लखनऊ भेजी गई है. प्रशासन को अब रिपोर्ट का इंतजार है. सीएमओ मनोज अग्रवाल कहते हैं कि हमने पूरी एहतियात बरतते हुए सैंपलिंग की है. 48 घंटों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है. लखनऊ लैब से जैसे ही रिपोर्ट आ जाती है पता चल जाएगा कि मजदूरों में कोई कोरोना पॉजिटिव तो नहीं.
शनिवार को शिरडी से आएगी स्पेशल ट्रेन
शिरडी में हजारों की संख्या में फंसे श्रद्धालु और कामगारों का जिले में आना लगातार जारी है. शनिवार को भी श्रद्धालु और कामगारों को लेकर महाराष्ट्र के शिरडी से एक स्पेशल ट्रेन सीतापुर आएगी. इस ट्रेन के आने के बाद बसों से सभी को जिला मुख्यालय लाया जाएगा. जहां उनको स्क्रीनिंग सेंटर में रखकर पहले स्वास्थ्य परीक्षण होगा. स्वास्थ होने वालों को होम क्वारेंटाइन के लिए भेजा जाएगा और गड़बड़ी पाए जाने वालों को संस्थागत स्क्रीनिंग सेंटर में रखा जाएगा.
पांच नए स्क्रीनिंग सेंटर अधिग्रहीत
प्रवासी मजदूरों के जिले में आने की वजह से प्रशासन ने अब स्क्रीनिंग सेंटर की तादाद बढ़ा दी है. जिला प्रशासन ने कुछ डिग्री कॉलेज और मैरिज हॉल को अधिगृहीत किया है. रामस्वरूप डिग्री कालेज और रॉयल प्रूडेंस डिग्री कालेज समेत सीतापुर रोड के मैरिज लॉन भी अधिग्रहीत हुए हैं.