लखीमपुर खीरी: लखनऊ मंडल के कमिश्नर मुकेश मेश्राम दो दिवसीय दौरे पर जिले में हैं. जब वह जिला अस्पताल पहुंचे तो अस्पताल के स्टाफ ने पैबंद लगाकर अस्पताल को चमकाने की खूब व्यवस्था की, लेकिन कमिश्नर ने डेंटल विभाग में मरीज की दयनीय कुर्सी देखी तो उनका पारा सातवें आसमान पर चढ़ गया. बोले शर्म नहीं आती आप लोगों को मरीजों को ऐसे ही बैठाते हो. सरकार करोड़ों रुपये पब्लिक हेल्थ के लिए दे रही और पर आप लोगों ने मजाक बना रखा है. सीएमएस को फटकारते हुए बोले नौकरी करनी है या नहीं, मुझे सिखा रहे हो, शर्म आनी चाहिए आपको, कितना कमीशन देते हैं प्राइवेट वाले. कुछ बांध रखा है क्या?
डॉक्टरों को लगी फटकार
जिला अस्पताल में कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने डेंटल विभाग की टूटी कुर्सी देख सीएमएस डॉक्टर आर.के. वर्मा से पूछताछ की. उन्होंने कहा कि 15 मिनट में बताओ ये हाल क्यों है. कुर्सी टूटी क्यों है? वहां मौजूद डेंटल सर्जन से भी कमिश्नर ने पूछा कि कितने दिन से यहां तैनात हो, सीएमएस ने जवाब दिया तीन साल से. कमिश्नर बोले तीन सालों में तुम्हें टूटी कुर्सी नहीं दिखी क्या इसी पर बैठाते हो मरीजों को. 40-40 मरीज देखते हो तो टूटी कुर्सी पर, क्या कुछ बांध रखा है प्राइवेट वालों से? कितना कमीशन देते हैं वो? शर्म नहीं आती. एक कुर्सी नहीं खरीद सकते, तो क्या करोगे?
इसे भी पढ़ें:- लखीमपुर खीरी: सहकारी बैंक की 62 शाखाओं के कर्मचारी हड़ताल पर
15 दिनों के अंदर मांगा रिपोर्ट
कमिश्नर ने सीएमएस से पूछा किससे अप्रूवल लेना होता है कुर्सी के लिए, सीएमएस बोले डीजी से. कमिश्नर का पारा और चढ़ गया और बोले तुम्हे यही नहीं पता. रोगी कल्याण समिति में डीएम से फाइल एप्रूव करा लो मैं डीजी से या प्रमुख सचिव से बात करूंगा. गुस्से में तमतमाए मुकेश मेश्राम बोले 15 दिन में हमें रिपोर्ट दीजिए. कमिश्नर बोले आपको नौकरी करनी है या नहीं मुझे सिखा रहे हो, शर्म आनी चाहिए. आप एक कुर्सी नहीं खरीद पाए, सीएमएस बोले सर डिमांड कर देंगे. उन्होंने कहा जेम पोर्टल से आज ही आर्डर करिए. वहीं पास में खड़े डीएम, सीडीओ भी चुप्पी मार गए. डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह बोले 20 लाख तक कोई भी सामान आप जेम से खरीद सकते हैं.