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लखीमपुर खीरी: निघासन उपचुनाव, जानिए किसके बीच है सियासी संग्राम

जिले में निघासन विधानसभा सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रामकुमार वर्मा के निधन के बाद उपचुनाव हो रहा है. बीजेपी, सपा और कांग्रेस समेत कुल सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.
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Published : Apr 27, 2019, 3:17 PM IST

लखीमपुर खीरी : लोकसभा चुनाव के साथ-साथ खीरी जिले में निघासन विधानसभा का उपचुनाव भी हो रहा है. बीजेपी पर इस उपचुनाव में अपना सियासी किला बचाने की चुनौती है, तो वहीं निघासन के सियासी किले पर कब्जे को लेकर सात प्रत्याशी मैदान में हैं. जबकि बीजेपी, सपा और कांग्रेस में इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला हो रहा है.

सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

लोकसभा के साथ ही होगा विधानसभा का उपचुनाव

  • निघासन विधानसभा सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रामकुमार वर्मा के निधन के बाद यहां चुनाव हो रहा है.
  • 2014 में भी निघासन एक उपचुनाव झेल चुका है.
  • बीजेपी ने निघासन में यहां के सिटिंग एमएलए रहे स्वर्गीय राम कुमार वर्मा के पुत्र शशांक वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है.
  • शशांक वर्मा की डगर इतनी आसान नहीं है, क्योंकि समाजवादी पार्टी से मोहम्मद कय्यूम और कांग्रेस से अटल शुक्ला सामने से बराबर ताल ठोक रहे हैं.

निघासन विधानसभा से जुड़े आकड़े

  • निघासन विधानसभा में कुल 1,80,535 पुरुष और 1,53,144 महिला मतदाता हैं.
  • इस विधानसभा में सात थर्ड जेंडर के भी वोट हैं.
  • निघासन विधानसभा चुनाव में 189 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

इस विधानसभा में पंजाब से आए लोग भी भारी तादाद में रहते हैं, मौर्य बिरादरी का भी यहां दबदबा है. इसके अलावा कुर्मी, ब्राम्हण, दलित और मुस्लिमों की तादाद भी अच्छी खासी है. अब जनता 29 अप्रैल को ईवीएम में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कैद करने वाली है. वहीं जीत का दावा सभी सियासी दल कर रहे हैं.

लखीमपुर खीरी : लोकसभा चुनाव के साथ-साथ खीरी जिले में निघासन विधानसभा का उपचुनाव भी हो रहा है. बीजेपी पर इस उपचुनाव में अपना सियासी किला बचाने की चुनौती है, तो वहीं निघासन के सियासी किले पर कब्जे को लेकर सात प्रत्याशी मैदान में हैं. जबकि बीजेपी, सपा और कांग्रेस में इस सीट पर दिलचस्प मुकाबला हो रहा है.

सात प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं.

लोकसभा के साथ ही होगा विधानसभा का उपचुनाव

  • निघासन विधानसभा सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रामकुमार वर्मा के निधन के बाद यहां चुनाव हो रहा है.
  • 2014 में भी निघासन एक उपचुनाव झेल चुका है.
  • बीजेपी ने निघासन में यहां के सिटिंग एमएलए रहे स्वर्गीय राम कुमार वर्मा के पुत्र शशांक वर्मा को चुनावी मैदान में उतारा है.
  • शशांक वर्मा की डगर इतनी आसान नहीं है, क्योंकि समाजवादी पार्टी से मोहम्मद कय्यूम और कांग्रेस से अटल शुक्ला सामने से बराबर ताल ठोक रहे हैं.

निघासन विधानसभा से जुड़े आकड़े

  • निघासन विधानसभा में कुल 1,80,535 पुरुष और 1,53,144 महिला मतदाता हैं.
  • इस विधानसभा में सात थर्ड जेंडर के भी वोट हैं.
  • निघासन विधानसभा चुनाव में 189 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.

इस विधानसभा में पंजाब से आए लोग भी भारी तादाद में रहते हैं, मौर्य बिरादरी का भी यहां दबदबा है. इसके अलावा कुर्मी, ब्राम्हण, दलित और मुस्लिमों की तादाद भी अच्छी खासी है. अब जनता 29 अप्रैल को ईवीएम में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कैद करने वाली है. वहीं जीत का दावा सभी सियासी दल कर रहे हैं.

Intro:लखीमपुर- लोकसभा चुनाव के साथ-साथ खीरी जिले में एक विधानसभा का उपचुनाव भी हो रहा है। यह विधानसभा है निघासन विधानसभा। बीजेपी पर इस उपचुनाव में अपना सियासी किला बचाने की चुनौती है। निघासन के सियासी किले पर कब्जे को लेकर सात प्रत्याशी मैदान में हैं। बीजेपी,सपा और काँग्रेस में दिलचस्प मुकाबला यहाँ हो रहा।
दुधवा टाइगर रिजर्व की तलहटी में जंगलों के किनारे और शारदा नदी के पार इंडो नेपाल बॉर्डर तक फैले गन्ने के लहलहाते खेतों और गेहूं की पक चुकी फसल के बीच निघासन विधानसभा का उपचुनाव बड़े ही साइलेंट मोड़ में चल रहा है। बीजेपी काँग्रेस और समाजवादी पार्टी इस इलाके के वोट की फसल काटने को तेजी से लगे हैं। बाढ़,बीमारी,अशिक्षा और गन्ने की फसल से कम हो रही मिठास के बीच निघासन की जनता से फिर वायदे हो रहे। पचपेड़ी घाट का पुल बन नहीं पाया पर वायदे फिर हो रहे। निघासन के रण में इस बार बीजेपी,सपा,काँग्रेस और सुभासपा समेत सात प्रत्याशी मैदान में ताल ठोंके हैं।


Body:जनसंघ का पुराना गढ़ रही निघासन विधानसभा सीट पर बीजेपी के पूर्व मंत्री और वरिष्ठ नेता रामकुमार वर्मा के निधन के बाद यहां चुनाव हो रहा है। 2014 में भी निघासन एक उपचुनाव झेल चुका है। तब यहां के तत्कालीन विधायक रहे अजय मिश्र टेनी के सांसदी का टिकट पा जाने के चलते यहाँ विधायक की सीट रिक्त हुई थी। संसदीय सीट तो अजय मिश्र टेनी जीत गए थे। पर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे कृष्ण गोपाल पटेल ने भाजपा उम्मीदवार रामकुमार वर्मा को तगड़ी पटखनी दे दी थी। यह दूसरा उपचुनाव निघासन की जनता के सामने हैं।
2017 में रामकुमार वर्मा को निघासन की जनता ने एक बार फिर जिताया था।
बीजेपी ने निघासन में यहां के सिटिंग एमएलए रहे स्वर्गीय राम कुमार वर्मा के पुत्र शशांक वर्मा को चुनावी किला बचाने के लिए मैदान में उतारा है। पीएम मोदी के कामों और पिता की सहानुभूति की लहर में सियासत के नए खिलाड़ी शशांक वर्मा निघासन के सियासी किले पर कब्जे के सपने संजोए हैं।
शशांक शशांक वर्मा की डगर इतनी आसान भी नहीं क्योंकि समाजवादी पार्टी से मोहम्मद कय्यूम और कांग्रेस से अटल शुक्ला सामने से बराबर ताल ठोक रहे हैं। कय्यूम सिंगाही में नगर पंचायत के चेयरमैन से विधायकी का सपना सँजोए हैं। वहीं काँग्रेस के अटल शुक्ला ब्लाक प्रमुख रह स्थानीय सियासत में दबदबा रखते हैं। बीजेपी का स्वाद थोड़ा ओमप्रकाश राजभर की राजभर की पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अशर्फीलाल धनगर भी बिगाड़े हैं। इसके अलावा अमर सिंह चौहान राष्ट्रीय जनवादी पार्टी,ज्ञानेंद्र सिंह मौर्य राष्ट्रवादी पार्टी,परमजीत सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनौती देने को मैदान में हैं।



Conclusion:333704 मतदाताओं वाले निघासन विधानसभा में 180535 पुरुष वोटर हैं तो 153144 महिला वोटर। सात थर्ड जेंडर के भी वोट हैं,जो निघासन के अगले युवराज के भाग्य का फैसला करेंगे। निघासन विधानसभा चुनाव में 189 मतदान केंद्र बनाए गए हैं 369 बूथ बनाए गए हैं।
नेपाल की तरफ से आने वाली मोहाना और उत्तरांचल से निकल कर आने वाली शारदा नदी की तबाही यह इलाका बराबर झेलता रहा है। रेल लाइन किनारे से होकर निकली है। बाढ़ कटान इस इलाके की त्रासदी है। गन्ना पेमेंट और शिक्षा,चिकित्सा के जमीनी मुद्दे आजादी के बाद आज तक इस इलाके को चारों तरफ से जकड़े हैं। इस इलाके में पंजाब से आए लोग भी भारी तादाद में रहते हैं,मौर्य बिरादरी का भी यहां दबदबा है इसके अलावा कुर्मी ब्राम्हण,दलित पिछड़ों और मुस्लिमों की तादाद भी अच्छी खासी है। अब जनता 29 अप्रैल को ईवीएम में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला कैद करने वाली है। जीत का दावा सभी सियासी दल कर रहे हैं पर सबकी निगाहें बीजेपी पर टिकी हैं क्योंकि निघासन मौजूदा वक्त में बीजेपी के लिए नाक का सवाल है।
बाइट-शशांक वर्मा(भाजपा प्रत्याशी निघासन विधानसभा उपचुनाव)
बाइट-मोहम्मद कय्यूम(सपा प्रत्याशी)
पीटीसी-प्रशान्त पाण्डेय
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प्रशान्त पाण्डेय
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