लखीमपुर खीरी/सीतापुर: भारतीय जनता पार्टी के गोला गोकरण नाथ से विधायक अरविंद गिरी का हार्ट अटैक से निधन हो गया, जिसकी जानकारी उनके बड़े भाई मधुसूदन गिरी ने दी. सीएम योगी ने अरविंद गिरी की मौत पर गहरा शोक जताया है.
मधुसूदन गिरी ने बताया कि उनके भाई विधायक अरविंद गिरी सुबह लखनऊ जा रहे थे. जहां रास्ते में सीतापुर जिले के सिधौली पास उन्हें हार्ट अटैक आ गया, जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सीतापुर के ही हिंद अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उनकी मौत हो गई. फिलहाल अब कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधायक अरविंद गिरी का शव सीतापुर से लखीमपुर खीरी के गोला के लिए रवाना किया जा रहा है. सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हिंद अस्पताल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. जहां डीएम-एसपी सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं.
गौरतलब है कि अरविंद गिरी गोला विधानसभा से 5 बार विधायक रह चुके हैं. उनके अचानक निधन की खबर से भारतीय जनता पार्टी उनके परिवार और शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ गई है.
1958 में जन्मे अरविंद अरविंद गिरी समाजवादी पार्टी से 3 बार विधायक रहे. सपा में अनबन के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ दी. इसके बाद बसपा, कांग्रेस में भाग्य आजमाने के बाद 2017 में भाजपा में शामिल हो गए. अपनी छवि और व्यवहार के चलते अरविंद गिरी ने 2017, फिर 2022 मे भाजपा से जीत दर्ज की. फुटबॉल के अच्छे खिलाड़ी रहे अरविंद गिरी की हार्ट अटैक से निधन की खबर ने सबको अचंभित कर दिया. छात्र राजनीति से सियासत में आए अरविंद गिरी ने एक ही नाराभाई चारा का नारा गढ़कर जिले की सियासत में अपना एक स्थान बनाया. 64 साल की उम्र में हार्ट अटैक से निधन की खबर ने जिले वासियों को स्तब्ध कर दिया.
अरविंद गिरी की मौत पर समाजवादी पार्टी के पूर्व एमएलसी शशांक यादव कहते हैं कि 'गिरि जी के जैसा जमीनी नेता अब मिलना मुश्किल है वह जनता के इतने करीब थे और लोगों के दुख दर्द में इतना शामिल होते थे कि उनके जैसा नेता अब आगे मिलना मुश्किल है. बीजेपी के मोहम्मदी विधायक लोकेन्द्र प्रताप सिंह कहते हैं कि गिरी जी का न रहना खीरी की सियासत में एक शून्यता पैदा कर जाएगी.
अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे यूपी बीजेपी चीफ समेत कई नेता
अरविंद गिरी के अंतिम दर्शन के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चौधरी भूपेंद्र सिंह, पूर्व डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा समेत तमाम विधायक पहुंचे. जहां दिनेश शर्मा ने कहा कि अरविंद गिरी सच्चे अर्थों में जननेता थे. उनका इस तरह सबको छोड़कर चले जाना पीड़ादायक है. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार के साथ पूरी बीजेपी खड़ी है.
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