लखीमपुर खीरी: पहाड़ों पर हो रही बारिश से अब मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियां रौद्र रूप लेने लगी हैं. यूपी के लखीमपुर खीरी में शारदा नदी में रैनी गांव के पांच घर समा गए हैं. वहीं नदी ने कई किसानों की 50 बीघा खेती की जमीन भी लील ली है. वहीं घाघरा नदी ने धौरहरा तहसील के रामनगर बगहा गांव और जालिम नगर पुल के पास कटान तेज कर दिया है.
तहसील प्रशासन और सिंचाई विभाग की बनाई गई क्रेट और स्पर नदी के पानी बढ़ते ही काम के स्तर को दर्शाने लगे हैं. ग्रामीण सिंचाई विभाग पर काम ठीक न करवाने का आरोप लगा रहे हैं. एसडीएम धौरहरा सुनन्दू सुधाकरन ने बताया कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है. इसके साथ ही ग्रामीणों को सतर्क किया गया है. वहीं सिंचाई विभाग से बचाव कार्य करने को भी डीएम ने निर्देश दिए हैं.
बीते 24 घण्टों में शारदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा है. इसी के साथ ही नदी ने कटान भी तेज कर दिया है. धौरहरा तहसील में एक तरफ शारदा नदी समरदा रैनी गांव को अपनी चपेट में लेकर खेतों को लीलने लगी, वहीं पांच घर भी नदी में जमींदोज हो गए. रैनी गांव के राजकिशोर, मुकुल, श्रवण कुमार, ललित और पूनम के घर नदी में समा गए.
ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
नदी की धार इतनी तेज है कि लोग चाह कर भी घरों को नहीं बचा पाए. हालांकि इन लोगों ने अपना सामान-सट्टा बचा लिया है. ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग ने इस बार काम ठीक नहीं किया है. ठेकेदारों और अफसरों की मिलीभगत से कामचलाऊ काम किया गया है. खगियापुर गांव के राजकिशोर ने बताया कि नदी तेजी से कटान कर रही है. सिंचाई विभाग ठीक काम नहीं कर रहा है.
प्रशासनिक अधिकारियों ने दी जानकारी
सिंचाई विभाग के जेई राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि दो दिन से नदी का जलस्तर बढ़ने से कटान तेज हो गया है. ठेकेदार को आदमी बढ़ाने और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं. एसडीएम धौरहरा सुनन्दू सुधाकरन ने बताया कि हल्का लेखपाल को पीड़ितों को आर्थिक सहायता दिलाने को सर्वे करने को भेजा गया है. बाढ़ खण्ड को काम में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं.