कुशीनगर: भाजपा के सबसे बुजुर्ग कार्यकर्ता व कुशीनगर के नौरंगिया विधानसभा से जनसंघ के विधायक रहे 108 वर्षीय जयनारायण चौधरी उर्फ भुलई भाई से जीत के बाद प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन पर बात कर आशीर्वाद लिया. बातचीत के क्रम में भुलई भाई ने योगी आदित्यनाथ को प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छा जताई. वहीं, इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें फोनकर उनका हालचाल जाना था. रामकोला थाना क्षेत्र के पगार गांव निवासी पूर्व विधायक जयनारायण चौधरी उर्फ भुलई भाई को शनिवार की शाम को कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फोन किया और उनका हालचाल जाना.
उन्होंने योगी से फोन पर करीब 41 सेकंड तक बात की. इस दौरान पूर्व विधायक ने पहले नमस्कार किए फिर योगी आदित्यनाथ को अपना हाल बताया. आखिर में 108 वर्षीय भुलई भाई ने कहा कि आपको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद प्रधानमंत्री के रूप में देखने की इच्छा है. साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि उनकी यह इच्छा जरूर पूरी होगी, क्योकि ईश्वर पर उन्हें पूरा भरोसा है.
विधानसभा चुनाव के दौरान पूर्व विधायक जयनारायण चौधरी उर्फ भुलई भाई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात किए गए थे. वहीं, योगी आदित्यनाथ से बात करने के बाद पूर्व विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री उनके सेहत के बारे में पूछ रहे थे. इस दौरान उनके परिवार के अनूप कुमार चौधरी, कन्हैया चौधरी समेत अन्यजन मौजूद रहे.
जानें कौन हैं भुलई भाई...
पूर्व विधायक जयनारायण चौधरी उर्फ भुलई भाई जनसंघ के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं. उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे कद्दावर नेताओं के साथ भी काम किया. साल 1974 में नौकरी छोड़कर जनसंघ के समर्पित कार्यकर्ता बने और उनकी कर्मठता देख जनसंघ ने उनको चुनाव मैदान में उतारा था. उस समय देवरिया में विधानसभा की कुल 13 सीटें थी. नौरंगिया विधानसभा क्षेत्र (वर्तमान में कुशीनगर जनपद का खड्डा विधानसभा क्षेत्र) से जनसंघ के चुनाव चिन्ह दीया-बाती पर जीत केवल भुलई भाई को ही मिली थी. उन्होंने कांग्रेस के बैजनाथ को हराया था.
इमरजेंसी के बाद पुन: 1977 में जनसंघ के साथ मिलकर बनी जनता पार्टी से चुनाव मैदान में उतरे और कांग्रेस के बैजनाथ को ही फिर पटखनी दी. इसके बाद जब भाजपा का गठन हुआ तो पार्टी की मूल धारा में आ गए. 2002 के विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में सपा के पूर्णमासी देहाती से हारने के बाद फिर कभी चुनाव नहीं लड़े. लेकिन समर्पित कार्यकर्ता के रूप में पार्टी की सेवा करते आ रहे हैं. दो बार के विधायक रहे भुलई भाई के पास अपनी कोई गाड़ी नहीं है. धोती-कुर्ता के साथ केसरिया गमछा ही उनकी पहचान है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप