कुशीनगर: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अंतर्गत चलाए जा रहे पखवाड़े के तहत महिला अधिकारों से संबंधित विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन दीवानी न्यायालय सभा कक्ष में किया गया. मुख्य अतिथि पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश विनय कुमार ने महिलाओं को सशक्त होने व पुरुषों की बराबरी करने के लिए प्रोत्साहित किया.
सभी कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें महिलाएं
कार्यक्रम का शुभारंभ पारिवारिक न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश, प्रभारी जिला जज व अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण विनय कुमार के द्वारा दीप प्रज्ज्वलि कर किया गया. सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शबीना खान ने महिलाओं को पुरुष से अन्तर को खत्म करते हुये समाज के सभी कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने को कहा. उन्होंने कहा कि आज भी लोग समाज में बेटे और बेटियों में फर्क रखा जाता है. बेटे के लिए अच्छी पढ़ाई और लड़कियों के लिए घर का काम लोग करवाते दिखते हैं.एक औरत खुद बेटे-बेटियों में भेद-भाव करती है, तो ऐसे में समाज का विकास कैसे हो सकता है.
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महिलाओं को दी अधिकारों की जानकारी
कार्यक्रम में समाज कल्याण अधिकारी रश्मि मिश्रा ने कहा कि कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को जागरूक करते हुए उनके हक के बारे में विस्तृत जानकारी दिया जा रहा है. बाल विकास परियोजना अधिकारी पूजा रानी ने भी महिलाओं के हितों के सम्बन्ध में चल रहे कार्यक्रमों के बारे में विस्तृत जानकारी दी. मध्यस्थ अधिवक्ता मिथिलेश कुमार दीक्षित, जितेन्द्र दूबे व नरेन्द्र कुमार मिश्र ने महिलाओं को उत्साहित करते हुए उन्हें समाज का आधा हिस्सा बताया. उन्होंने कहा कि आपके बिना पुरुष कितना भी विकास कर ले वह आधा ही रहेगा.
ये लोग रहे उपस्थित
इस अवसर पर वरिष्ठ लिपिक मुकेश कुमार श्रीवास्तव, राजकुमार वर्मा, प्रदीप कुमार झा, अमरनाथ यादव, राजन मिश्रा, रविन्द्र नाथ आदि कर्मचारी एवं काफी संख्या महिलाओं की भी उपस्थित रही.