कुशीनगर: बीते दिनों जनपद देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए नरसंहार मामले में कुशीनगर के पर्यटन थानेदार जितेंद्र टंडन पर भी गाज गिरी है. देवरिया मामले में संदिग्ध भूमिका सामने आने पर पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है. यह कार्रवाई इसलिए की गई है क्योंकि इससे पूर्व जितेंद्र टंडन देवरिया जिले में तैनात थे. वह दिसंबर 2020 से फरवरी 2021 तक रूद्रपुर के कोतवाली प्रभारी के पद पर रहे थे. सत्यप्रकाश दुबे ने जनवरी 2021 में आइजीआरएस पर शिकायत की थी. इसमें तत्कालीन दारोगा सुनील कुमार ने गलत रिपोर्ट लगाई थी, जिस पर थानेदार जितेंद्र टंडन ने मुहर लगा दी थी.
वहीं, पटरी व्यापारी पार्टी के जिलाध्यक्ष मजहर अली और महानगर अध्यक्ष पुष्कर गौड़ ने डीएम को छह सूत्रीय ज्ञापन दिया था. जिसमें देवरिया नरसंहार की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुधीर कुमार झा ने कहा कि देवरिया के फतेहपुर गांव में हुए नरसंहार में सत्यप्रकाश दुबे के साथ ही प्रेमचंद यादव की भी हत्या हुई थी. दोनों परिवारों को आर्थिक सहयोग और सरकारी नौकरी दी जाए. इस नरसंहार के सभी दोषियों को फांसी की सजा होनी चाहिए.इस मामले में एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि देवरिया की घटना में लापरवाही बरते जाने की बात सामने आने के बाद पर्यटन थाने के थानेदार जितेंद्र टंडन को निलंबित कर दिया गया है.
गौरतलब है, देवरिया में रुद्रपुर कोतवाली इलाके के फतेहपुर गांव में एक परिवार की पांच लोगों समेत छह लोगों की हत्या (Six people murdered in Deoria) कर दी ग थी. इस जानलेवा हमले में एक बच्ची समेत तीन अन्य लोग घायल हुए थे. देवरिया एसपी डॉ. संकल्प शर्मा ने बताया था कि जमीन को लेकर विवाद होने की जानकारी मिली है. जमीन को लेकर पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद्र यादव और सत्य प्रकाश दुबे के बीच विवाद चल रहा था.
यह भी पढ़ें: Deoria Massacre Case : विधायक शलभमणि त्रिपाठी बोले- नपुंसक, भ्रष्ट राजस्व अधिकारी और भूमाफिया का होगा इलाज
यह भी पढ़ें: Deoria Murder Case: प्रेमचंद का मकान ढहाने पहुंचा बुलडोजर, पत्नी बोली- नहीं गिरने दूंगी घर