कुशीनगर : विशुनपुरा थाना क्षेत्र के तिलकापट्टी गांव के शर्मा निषाद (30) की पांच जनवरी को धारदार हथियार से गला काटकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस की जांच-पड़ताल में उसकी पत्नी पूनम ही हत्यारोपी निकील है. पूनम ने शराबी पति और माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के कर्ज से छुटकारा पाने के लिए उसने हत्या की साजिश रची थी.
बता दें कि पांच जनवरी को तिलकापट्टी निवासी शर्मा निषाद (30) पुत्र कृपाल गांव की हत्या हो गई थी. शर्मा का शव नहर की पटरी के किनारे बनी झोपड़ी में मिला था. जिसमें वह पत्नी और पांच बच्चों के साथ रहता था. शर्मा करीब पांच माह पहले परदेश से कमा कर आए था. शुक्रवार को उसकी पत्नी बच्चों के साथ मायके जुगनी गांव चली गई थी. शर्मा निषाद रात में भोजन कर सो गया था. शनिवार सुबह करीब 8 बजे उसके छोटे भाई की पत्नी जगाने गईं तो पैर की तरफ से शरीर बोरी से ढका मिला और शरीर खून से लथपथ बिस्तर पर पड़ा था. उसने शोर मचाते हुए इसकी जानकारी ससुर समेत परिवार के अन्य लोगों को दी.
एएसपी रितेश कुमार सिंह ने बताया कि विशुनपुरा थाने की पुलिस और साइबर सेल की संयुक्त टीम ने गोड़रिया बाजार टैक्सी स्टैंड तिराहे से हत्यारोपी पूनम निषाद को गिरफ्तार किया है. उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज है. उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार (दाव) और मोबाइल फोन बरामद किया गया है. एएसपी ने बताया कि शर्मा निषाद अत्यधिक शराबी था. नशे के लिए उसने अपनी पत्नी से एक वर्ष में भिन्न-भिन्न आठ माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के समूहों से कुल तीन लाख 76 हजार 907 रुपये कर्ज निकलवाकर शराब पी गया. इसके अलावा पत्नी के जेवर भी गिरवी रख दिए थे. पत्नी जब कर्ज लेने से मना करती तो उसे मारता-पीटता था. पांच जनवरी को सुबह करीब पांच बजे शर्मा ने पत्नी पूनम से शराब पीने के लिए पैसे मांगे थे. पैसा न होने के पर वह किसी से उधार लेकर शराब पीकर आया और घर में रखा दाव (बांका) लेकर पत्नी को काटने के लिए दौड़ाया. आसपास के लोग किसी तरह बीच बचाव कर पूनम की जान बचाई और अपने घर ले गए.
पूनम ने बनाई हत्या की योजना : एएसपी ने बताया कि पूनम ने घर जाकर किसी तरह खाना बनाया और पति शर्मा निषाद को मंजन करने के लिए ब्रश दिया. लेकिन उसने ब्रश फेंक दिया और कहा कि जब तक तुझे काट नहीं डालूंगा, तब तक खाना नहीं खाऊंगा. यह सुनकर पूनम दहशत में आ गई और बच्चों के भविष्य को लेकर खतरनाक प्लान बना बैठी. पूनम ने पुलिस को बताया कि उसे अपने बच्चों के पालन-पोषण की फिक्र थी. ऐसे में उसने सोचा कि अगर वह अपने पति को मार देती है तो उसका लोन भी माफ हो जाएगा तथा बच्चों को मजदूरी करके पालन-पोषण कर लेगी. पांच जनवरी की रात शर्मा अपनी झोपड़ी में तख्त पर शराब के नशे में बगल में दाव (बांका) रखकर सो गया. पूनम ने उसी बांके से प्रहार करके गर्दन काट दी और जो थोड़ा धड़ बचा उसे पास में रखे हंसिये से खींच दिया, जिससे गर्दन पूरी तरह कट गई. यह घटना उसने दोपहर करीब 12 बजे अंजाम दी और बच्चों को लेकर मायके सेवरही थाना क्षेत्र के ग्राम जोगनी चली गई. झोपड़ी गांव से बाहर है, इसलिए वहां कोई जाता नहीं है.
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