कुशीनगर: विशुनपुरा थानाक्षेत्र में 11 साल की नाबालिग लड़की से दुष्कर्म का मामला सामने आया है. आरोप है कि दुष्कर्म की तहरीर मिलने के बाद भी पुलिस कार्रवाई की जगह पीड़िता पर ही दबाव बनाने में लगी है. पीड़ित परिवार के अनुसार तहरीर को मारपीट में बदलवाने और मामले को दबाने का दबाव बनाया जा रहा है. इतना ही नहीं पुलिस आरोपी से नाबालिग पीड़िता की शादी कराने पर जोर दे रही है. मीडिया में बात उठने के बाद पुलिस कार्यवाही की कह रही बात.
जानकारी के अनुसार विशुनपुरा थानाक्षेत्र में 11 साल की नाबालिग लड़की के परिजनों ने थाने में तहरीर देकर बेटी से दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है. पीड़िता के पिता के अनुसार पड़ोस में रहने वाले 25 वर्षीय युवक नें 16 मई को उसकी 11 वर्षीय लड़की को बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया. जहां उसने बेटी के साथ दुष्कर्म किया.
पीड़ित के पिता ने आरोपी युवक के परिजनों पर लड़की को छुपाने का आरोप भी लगाया. काफी खोजबीन के बाद अगले दिन पीड़ित पिता को मिली बेटी ने आपबीती सुनाई. पीड़िता के पिता ने विशुनपुरा थाने में तहरीर देते हुए आरोपी पर कार्रवाई की मांग की है.
पीड़िता के पिता ने थाने के दरोगा संतराज पर मामले को दबाने का आरोप लगाया. पीड़िता के पिता ने बताया कि दारोगा ने उसे थाने बुलाकर मारपीट की तहरीर पर साइन करा लिए और उसकी पहले वाली तहरीर को बदल दिया. इतना ही नहीं दारोगा ने कार्रवाई की बजाय आरोपी के साथ मेरी नाबालिग लड़की से शादी का दबाव बनाने लगा. पिता ने कहा कि दारोगा ने आजतक मुकदमा दर्ज नहीं किया था.
पिता ने बताया कि मीडिया में बात सामने आने के बाद दारोगा ने तहरीर की रिसीविंग दी, जिसमें सिर्फ अपहरण की धारा 363 लगाई गई है. पुलिस कह रही कि लड़की के बयान और मेडिकल परीक्षण के आधार पर और धाराएं बढ़ेंगी. मेडिकल परीक्षण के लिए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड होने के बाद भी स्कूल के सर्टिफिकेट मांगकर उसे टहलाया जा रहा है.
थानाध्यक्ष विशुनपुरा नरेंद्र राय ने बताया कि आरोपी युवक और पीड़ित लड़की में पहले से बातचीत थी. आरोपी को पुलिस ने हिरासत में लिया है. मामले में मारपीट नहीं बल्कि धारा 363 लगी हुई है. मेडिकल परीक्षण और बयान के आधार पर धाराएं बढ़ेंगी. स्कूल के सर्टीफिकेट उम्र सत्यापन के लिए मांगे गए हैं. बाकी पुलिस पर जो आरोप लग रहे हैं वह निराधार हैं. पुलिस मामले में कार्यवाही कर रही हैं
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