कुशीनगर. योगी सरकार में मंत्री रहते हुए अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद भाजपा छोड़कर सपा में शामिल हुए फाजिलनगर विधानसभा के प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मतदान के दस घंटे पूर्व एक बार फिर चर्चा में हैं. राजनीतिक गलियारों में चर्चा-ए-आम रहा कि स्वामी के पुत्र अशोक मौर्य आचार संहिता की धज्जियां उड़ाते हुए वोटरों में पैसा बांट रहे थे.
किसी ने आरोप लगाते हुए इसकी सूचना प्रशासन को दे दी. मौके पर पहुंची टीम ने प्रत्याशी के पुत्र को अभिरक्षा में ले लिया और थाने लाकर पूछताछ करना में जुट गई. आरोप है कि गैर जनपद के निवासी होने के बावजूद अशोक मौर्य अपने सहयोगियों के साथ एक घंटे पूर्व फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र के बाहर घूमते मिले.
गौरतलब है कि आदर्श आचार संहिता तहत मतदान के 48 घंटे पूर्व विधानसभा क्षेत्र में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश निषेध है. बावजूद इसके सपा प्रत्याशी स्वामीप्रसाद मौर्य के पुत्र अशोक मौर्य अपने कुछ सहयोगियों व समर्थकों के साथ फाजिलनगर विधानसभा क्षेत्र के दुदही गांव में घूम रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अशोक गांव के लोगों से मिलकर बातचीत कर रहे थे. तभी किसी ने इसकी शिकायत स्टेटिक टीम को दे दी.
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सूचना पाकर फोर्स के साथ पहुंची स्टेटिक टीम ने चार वाहनों को अपने कब्जे में ले लिया. इस दौरान पुलिस ने अशोक मौर्य को हिरासत में ले लिया और थाने लेकर आई. यहां उनसे काफी देर तक पूछताछ की गयी. पुलिस ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बेटे अशोक मौर्य पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में धारा 41 (1) तहत मुकदमा दर्ज किया.
नोटिस तामील कराकर अशोक मौर्य को चुनाव प्रक्रिया तक जनपद के सीमा में दिखाई न देने का कड़ी हिदायत देते हुए उन्हें उनके परिचितों की सुपुर्दगी में देकर जनपद की सीमा के बाहर भेज दिया.
पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल व जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि शाम को ऐसी शिकायत मिली थी कि प्रत्याशी के पुत्र द्वारा प्रचार- प्रसार के साथ पैसा बांटा जा रहा है. इसी आधार पर कार्रवाई की गई. अफसरों ने कहा कि गिरफ्तारी नहीं की गई. हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. सामने आए तथ्यों के आधार पर आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में मुकदमा दर्ज कर जनपद सीमा के बाहर भेजने की आवश्यक कार्रवाई की गयी.