कुशीनगर: चार नवंबर को कप्तानगंज कस्बे में एक अवैध पटाखा कारोबारी के गोदाम में हुए विस्फोट में अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है. रविवार की देर रात घायलों में से एक लड़की ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. वहीं पड़ोस का एक परिवार आर्थिक तंगी के बीच निजी अस्पताल में अपनी जान बचाने के लिए जूझ रहा है. इस घटना में तीन लोगों की तत्काल मौके पर ही मौत हो गई थी और चौथे ने अस्पताल जाते समय दम तोड़ दिया था.
जूही की बीती रात हुई मौत
बुधवार (4 नवंबर) को कप्तानगंज में अवैध तरीके से संचालित हो रहे पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट में चार लोगों की मौत हो गई थी. करीब 6 से अधिक लोग झुलस कर घायल हो गए थे. इनमें से ज्यादातर का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. उन्ही घायलों में से एक 18 वर्षीय युवती जूही पुत्री अलीहसन की बीती रात मौत हो गई.
यूपी : कुशीनगर की अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट, चार की मौत
पड़ोस के एक परिवार की हालत दयनीय
कप्तानगंज पटाखा विस्फोट में अवैध कारोबारी मृतक जावेद के परिवार पर तो आफत आई ही है. साथ ही पड़ोस के रामसजन यादव का परिवार भी परेशानी में आ गया है. इस घटना में कारोबारी जावेद के साथ उसकी मां, पत्नी और बेटी की मौत हो गई थी. इसी परिवार से सटे मकान में रामसजन का परिवार आग की लपटों में घिर गया था और घायलावस्था में पूरा परिवार इस समय गोरखपुर के एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रहा है.
परिवार को सहयोग की जरूरत
आर्थिक रूप से कमजोर रामसजन यादव, उनकी पत्नी और डेढ़ साल के बेटे को पादरी बाजार गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. रामसजन की मां ने बताया कि कुछ जमीन गिरवी रखकर पैसों की व्यवस्था करके भेजा गया है, ताकि किसी तरह जान बचाई जा सके.