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गन्ना जलाकर किसानों ने किया विरोध, कहा चीनी मिल गन्ना तौल में कर रही मनमानी

जानकारी के अनुसार कसया थानाक्षेत्र के महुई गांव में त्रिवेणी चीनी मिल रामकोला द्वारा लगाए गए गन्ना क्रय केंद्र पर किसानों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. पड़ाव में खड़ी गन्ना लदी ट्रालियों से गन्ना निकालकर जलाकर मिल और गन्ना क्रयकेंद्र के मनमानी का विरोध किया.

गन्ना जलाकर किसानों ने किया विरोध, कहा चीनी मिल गन्ना तौल में कर रही मनमानी
गन्ना जलाकर किसानों ने किया विरोध, कहा चीनी मिल गन्ना तौल में कर रही मनमानी
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Published : Dec 24, 2021, 11:06 PM IST

कुशीनगर: त्रिवेणी चीनीमिल रामकोला के महुई गन्नाक्रय केंद्र पर किसानों ने बिना तौल के कई दिनों से खड़ी ट्रालियों से गन्ना निकाल कर जलाना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि चीनी मिल और गन्ना क्रयकेंद्र मनमानी कर रहे हैं. किसानों ने अपनी परेशानियों के समाधान न होने पर बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. चीनी मिल प्रशासन ने समस्या के समाधान की बात कही है.

जानकारी के अनुसार कसया थानाक्षेत्र के महुई गांव में त्रिवेणी चीनी मिल रामकोला द्वारा लगाए गए गन्ना क्रय केंद्र पर किसानों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. पड़ाव में खड़ी गन्ना लदी ट्रालियों से गन्ना निकालकर जलाकर मिल और गन्ना क्रयकेंद्र के मनमानी का विरोध किया.

यह भी पढ़ें: नितिन गडकरी ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का किया उद्घाटन, जानिए कैसा है और कितना समय बचेगा

गन्ना किसान मनोज जायसवाल के साथ चंद्रभान, राजेश, सिकंदर हरेश्याम आदि ने बताया की उन्हें मिल द्वारा दी गई पर्ची की वैधता एक सप्ताह की होती है. वह पहले ही 2 दिन बाद मिलती है. उसके बाद किसान गन्ने की छिलाई करा उन्हें ट्राली में लादकर गन्ना क्रय केंद्र लाते हैं. यहां इनकी मनमानी के कारण कई दिन पड़ाव में ही लग जाता है.

ऐसे में जारी की गई पर्ची की वैधता बिना गन्ना तौल के ही समाप्त हो जाती है. फिर किसान मिल से लेकर कांटे तक का चक्कर लगाते हैं. किसानों ने गन्ने की तौल समय पर कराने की मांग की. ऐसा न होने पर गन्ना जला कर वृहद आंदोलन करने की चेतावनी दी.


दो क्रय केंद्रों के बीच एक गन्ना लोडर होने से आ रही समस्या

किसानों के इस विरोध पर त्रिवेणी चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि किसानों का आरोप निराधार है. महुई और रामनगर क्रय केंद्र पर तौल कराई जा रही है. दो क्रय केंद्रों के बीच एक लोडर होने से गन्ना तौल बारी-बारी कराई जा रही है.

कुशीनगर: त्रिवेणी चीनीमिल रामकोला के महुई गन्नाक्रय केंद्र पर किसानों ने बिना तौल के कई दिनों से खड़ी ट्रालियों से गन्ना निकाल कर जलाना शुरू कर दिया. उनका आरोप था कि चीनी मिल और गन्ना क्रयकेंद्र मनमानी कर रहे हैं. किसानों ने अपनी परेशानियों के समाधान न होने पर बड़े पैमाने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है. चीनी मिल प्रशासन ने समस्या के समाधान की बात कही है.

जानकारी के अनुसार कसया थानाक्षेत्र के महुई गांव में त्रिवेणी चीनी मिल रामकोला द्वारा लगाए गए गन्ना क्रय केंद्र पर किसानों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया. पड़ाव में खड़ी गन्ना लदी ट्रालियों से गन्ना निकालकर जलाकर मिल और गन्ना क्रयकेंद्र के मनमानी का विरोध किया.

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गन्ना किसान मनोज जायसवाल के साथ चंद्रभान, राजेश, सिकंदर हरेश्याम आदि ने बताया की उन्हें मिल द्वारा दी गई पर्ची की वैधता एक सप्ताह की होती है. वह पहले ही 2 दिन बाद मिलती है. उसके बाद किसान गन्ने की छिलाई करा उन्हें ट्राली में लादकर गन्ना क्रय केंद्र लाते हैं. यहां इनकी मनमानी के कारण कई दिन पड़ाव में ही लग जाता है.

ऐसे में जारी की गई पर्ची की वैधता बिना गन्ना तौल के ही समाप्त हो जाती है. फिर किसान मिल से लेकर कांटे तक का चक्कर लगाते हैं. किसानों ने गन्ने की तौल समय पर कराने की मांग की. ऐसा न होने पर गन्ना जला कर वृहद आंदोलन करने की चेतावनी दी.


दो क्रय केंद्रों के बीच एक गन्ना लोडर होने से आ रही समस्या

किसानों के इस विरोध पर त्रिवेणी चीनी मिल के वरिष्ठ गन्ना प्रबंधक चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि किसानों का आरोप निराधार है. महुई और रामनगर क्रय केंद्र पर तौल कराई जा रही है. दो क्रय केंद्रों के बीच एक लोडर होने से गन्ना तौल बारी-बारी कराई जा रही है.

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