कुशीनगर : जिले के पडरौना तहसील क्षेत्र के गांव परसौनी कला में चल रहे अनाथाश्रम में बुधवार जिला प्रशासन ने छापेमारी की. दरअसल, परसौनी कला में संचालित शिरीन बसुमता नारी संस्थान आश्रम कई वर्षों से बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहा था. कुछ दिन पूर्व यूपी बाल आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने इसका निरीक्षण किया था.
बाल आयोग की सदस्य को इस अनाथाश्रम में कई खामियां मिलीं थीं. अनाथाश्रम में बालक एवं बालिकाओं के अलग-अलग रहने की व्यवस्था नहीं थी. इसके अलावा संस्थान में कोई स्टाफ नहीं मिला था. आश्रम में रह रहे 2 लड़कों की शादी हो चुकी है, जो अपनी पत्नी और बच्चों के साथ उसी में रहते हैं. इसके अलावा आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी को अन्य कई कमियां मिलीं थीं.
इसकी शिकायत उन्होंने जिला प्रशासन से की थी. यूपी बाल आयोग की सदस्य सुचिता चतुर्वेदी ने निरीक्षण के दौरान आश्रम में धर्म-परिवर्तन कराने की आशंका जताई थी. सुचिता चतुर्वेदी अनाथाश्रम में रहने वाले सभी बच्चों का नाम ईसाई धर्म के अनुसार रखे जाने एवं उन्हें ईसाई धर्म के अनुसार शिक्षित किए जाने पर नाराजगी जताई थी. आश्रम में कमियां मिलने के बाद यूपी बाल आयोग की सदस्या ने जिलाधिकारी से आश्रम के बच्चों को कहीं और शिफ्ट करने के लिए कहा था.
बाल आयोग की सदस्य की शिकायत के बाद जिला प्रशासन ने अनाथाश्रम में छापेमारी की, जिसके बाद अनाथाश्रम से 25 बच्चों को मुक्त कराया गया. जिला प्रशासन ने अनाथाश्रम से छुड़ाए गए सभी बच्चों को किशोर न्यायालय में पेश करने के लिए भेजा है.
एसडीएम सदर कोमल यादव ने बताया कि अनाथाश्रम पर छापेमारी की गई है. आश्रम के संचालक के पास कोई लीगल पेपर नहीं मिले हैं. आश्रम से बच्चों को मुक्त कराया गया है. सभी बच्चों का मेडिकल चेकअप कराकर किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा. उसके बाद जहां इनके रहने की उचित व्यवस्था की जाएगी.
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