कुशीनगर: जनपद के जिला अस्पताल में व्यवस्था चरमराती दिख रही है. 100 बेड के इस अस्पताल में एक ही बेड पर तीन-तीन मरीजों को रखा जा रहा है. व्यवस्थाओं का आलम यह है कि कुछ लोग जमीन पर भी पड़े दिख रहे हैं.
जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है. सितम्बर महीने की शुरुआत में उमस भरी गर्मी के कारण बच्चे सबसे ज्यादा गर्मी की चपेट में आते दिख रहे हैं. जिला अस्पताल के बच्चों के वार्ड में हालत यह है कि लगभग एक बेड पर तीन बच्चे भर्ती हैं. कुछ लोग जमीन पर ही अपने बच्चे को लिटाए हुए दिख रहे हैं. मरीजों के साथ परिजनों को भी काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है.
जिला अस्पताल में मरीज परेशान
कसया थाना क्षेत्र के साखोपर गांव से आए राम अशीष ने बताया कि इलाज हो रहा है, लेकिन एक बेड पर तीन-तीन बच्चे भर्ती होने से काफी असुविधा हो रही है. दूर के एक गांव से आई महिला मुन्नी देवी ने बताया कि बच्चे को लेकर कई दिनों से अस्पताल में हैं. बच्चे को बुखार है और पेट में दर्द भी है. ऐसे में एक बेड पर तीन-तीन बच्चों के लेटने से किसी को आराम नहीं मिल पा रहा है.
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. बजरंगी पाण्डेय ने बताया कि प्राथमिक स्तर पर मरीजों को नहीं रोके जाने के कारण जिला अस्पताल में भीड़ ज्यादा दिख रही है. उपलब्ध संसाधन के अनुसार अच्छी से अच्छी सेवा देने का प्रयास किया जा रहा है.