कुशीनगरः जिले में सीएमओ कार्यालय के एक स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद पूरे ऑफिस को सैनिटाइज किया गया. वहीं ऑफिस के बाहर चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला. सीएमओ कार्यालय के 31 सदस्यों की कोरोना जांच बाहर ही खुले स्थान पर होती दिखाई दी. साथ ही यहां पर कई राहगीर व आस-पास लोग खड़े नजर आए.
बता दें कि मंगलवार की रात जिले के सात कोरोना संक्रमित मरीजों की जो सूची आई है, उसमें सीएमओ कार्यालय के एक स्टाफ का भी नाम था. संक्रमण के प्रभाव की सूचना विभाग को पहले से थी, इस कारण फायर ब्रिगेड के दस्ते की देखरेख में पूरे कार्यालय को सैनिटाइज कराने की प्रक्रिया घण्टों तक चली.
खुले स्थान पर हुई कोरोना की जांच
वहीं कार्यालय सील होने की फैली सूचना को प्रमाणित करने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम सीएमओ कार्यालय पहुंची तो बाहर का नजारा चौंकाने वाला था. कार्यालय के बाहर ही एक के बाद एक सभी कर्मचारियों का खुले में ही कोरोना की जांच के लिए सैम्पल इकट्ठा किया जा रहा था. साथ ही लापरवाही के इस घटनाक्रम के बीच कार्यालय में बैठे एक डॉक्टर ने अपनी जांच अपने कक्ष में ही कराया. वहीं कुल 31 स्टाफ के लोगों का सैम्पल लेने की बात बताई गई.
डॉक्टर ने दी सफाई
वहीं मौके पर जांच प्रक्रिया की देखरेख कर रहे डॉ. मनोज राय ने बताया कि सभी स्टाफ का सैम्पल लिया जाना था. इस कारण सबकी सहमति से यहीं सावधानी बरतते हुए जांच प्रक्रिया पूरी कर ली गई, इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती गई.
कुशीनगर: सीएमओ ऑफिस के बाहर खुले में हुई कोरोना जांच
यूपी के कुशीनगर में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. सीएमओ कार्यालय में एक कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अन्य सदस्यों की कोरोना जांच खुले स्थान पर की गई.
कुशीनगरः जिले में सीएमओ कार्यालय के एक स्टाफ के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि के बाद पूरे ऑफिस को सैनिटाइज किया गया. वहीं ऑफिस के बाहर चौंकाने वाला दृश्य देखने को मिला. सीएमओ कार्यालय के 31 सदस्यों की कोरोना जांच बाहर ही खुले स्थान पर होती दिखाई दी. साथ ही यहां पर कई राहगीर व आस-पास लोग खड़े नजर आए.
बता दें कि मंगलवार की रात जिले के सात कोरोना संक्रमित मरीजों की जो सूची आई है, उसमें सीएमओ कार्यालय के एक स्टाफ का भी नाम था. संक्रमण के प्रभाव की सूचना विभाग को पहले से थी, इस कारण फायर ब्रिगेड के दस्ते की देखरेख में पूरे कार्यालय को सैनिटाइज कराने की प्रक्रिया घण्टों तक चली.
खुले स्थान पर हुई कोरोना की जांच
वहीं कार्यालय सील होने की फैली सूचना को प्रमाणित करने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम सीएमओ कार्यालय पहुंची तो बाहर का नजारा चौंकाने वाला था. कार्यालय के बाहर ही एक के बाद एक सभी कर्मचारियों का खुले में ही कोरोना की जांच के लिए सैम्पल इकट्ठा किया जा रहा था. साथ ही लापरवाही के इस घटनाक्रम के बीच कार्यालय में बैठे एक डॉक्टर ने अपनी जांच अपने कक्ष में ही कराया. वहीं कुल 31 स्टाफ के लोगों का सैम्पल लेने की बात बताई गई.
डॉक्टर ने दी सफाई
वहीं मौके पर जांच प्रक्रिया की देखरेख कर रहे डॉ. मनोज राय ने बताया कि सभी स्टाफ का सैम्पल लिया जाना था. इस कारण सबकी सहमति से यहीं सावधानी बरतते हुए जांच प्रक्रिया पूरी कर ली गई, इसमें कोई लापरवाही नहीं बरती गई.