कुशीनगर: बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग के लिए धरना देने वाले पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह समेत 19 अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है. यह एफआईआर जिले में धारा 144 लागू होने और बिना अनुमति धरना देने पर दर्ज की गई है. पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह ने कहा है कि किसानों के गन्ना मूल्य के भुगतान को लेकर आंदोलन जारी रहेगा.
किसानों ने कनोडिया शुगर मिल कप्तानगंज (Kanodia Sugar Mill Kaptanganj) पर बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने पर दीपावली के दिन धरने का ऐलान किया गया. जिसमें किसान नेता और सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री रहे राधेश्याम सिंह ने किसानों के साथ धरने में शामिल होने का ऐलान किया था. प्रशासन ने जिले में लागू धारा 144 का हवाला देते हुए धरने की अनुमति नहीं दी थी. इसके बावजूद 24 अक्टूबर को पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह किसानों और समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. जहां से पुलिस ने उठाकर पहले पुलिस लाइन फिर वहां से बिहार बॉर्डर स्थित तरयासुजान थाने भेज दिया. इस मामले में कप्तानगंज पुलिस चौकी इंचार्ज विजय शंकर के तहरीर पर राधेश्याम सिंह सहित 20 अज्ञात समर्थकों पर मुकदमा दर्ज किया है.
किसान नेता और पूर्व राज्यमंत्री राधेश्याम सिंह (former minister of state of SP) ने कहा कि किसानों का 44 करोड़ रुपया कप्तानगंज चीनी मिल प्रशासन नहीं देना चाहता है. इसी को लेकर कप्तानगंज तहसील गेट पर किसानों के प्रदर्शन में शामिल हुआ था. किसानों की जायज मांग को दरकिनार करते हुए जिला प्रशासन ने कायरता पूर्वक कदम उठाते हुए लाठियों के दम पर धरना स्थल खाली कराया और मुकदमा दर्ज किया गया है. किसानों की मेहनत का रुपये हड़पने वाली चीनी मिल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. किसानों का बकाया गन्ना मूल्य भुगतान न होने तक आंदोलन जारी रहेगा. क्षेत्राधिकारी कसया पीयूष कान्त रॉय ने बताया पूर्व मंत्री राधेश्याम सिंह बिना अनुमति के धरना-प्रदर्शन किया था. जनपद में धारा 144 का उल्लंघन हुआ था. इसके अलावा उन्होंने धरना-प्रदर्शन किया था. इस आरोप में राधेश्याम सिंह और उनके 20 समर्थकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
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