कुशीनगर: जिले के मुख्यालय पडरौना केन यूनियन के चेयरमैन और क्षेत्र के प्रगतिशील किसान मृत्युंजय मिश्रा ने केन्द्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि बिल का समर्थन किया. प्रेस वार्ता करते हुए उन्होंने बताया कि वर्षों से देश के अन्नदाताओं की आय पर कुण्डली मार कर बैठे बिचौलियों से यह बिल मुक्ति दिलाएगा.
'नया कृषि बिल किसानों की आय को करेगा दोगुना'
केन यूनियन कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में चेयरमैन ने कहा कि बिल को रोकने के लिए बिचौलिए बेचैन हैं और भोले भाले किसानों के बीच भ्रम फैला रहे हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने पिछले 6 वर्षों में गांव, गरीब और किसान के लिए जितना काम हुआ है, उतना पहले कभी नहीं हुआ. नया कृषि बिल भी किसानों की आय दोगुनी करने और आत्मनिर्भर बनाने मे मील का पत्थर साबित होगा.
मृत्युंजय मिश्र ने नए कृषि बिल के लाभ गिनाते हुए कहा कि इस बिल के आने के बाद राज्यों की कृषि उत्पादन विपरण समिति यानि एग्रीकल्चरल प्रोड्यूस मार्केट कमेटी के अधिकार बरकरार रहेंगे. इसलिए किसानों के पास सरकारी एजेंसियों का विकल्प खुला रहेगा. नया बिल किसानों को इंटरस्टेट ट्रेड यानि अंतरराज्यीय व्यापार को प्रोत्साहित करता है. बिल के आने के बाद किसान अपने उत्पादों को दूसरे राज्य में स्वतंत्र रूप से बेच सकेंगे.
इस बिल से खरीदार और विक्रेता दोनों को मिलेगा लाभ
केन यूनियन चेयरमैन मृत्युंजय मिश्रा ने कहा कि वर्तमान में एपीएमसी की ओर से विभिन्न वस्तुओं पर एक से दस फीसदी तक बाजार शुल्क लगता है, लेकिन बिल के आने के बाद अब राज्य के बाजारों के बाहर व्यापार पर कोई राज्य या केंद्रीय कर नहीं लगाया जाएगा. किसी एपीएमसी टैक्स, कोई लेवी और शुल्क आदि का भुगतान नहीं होगा. इसलिए और कोई दस्तावेज की जरूरत भी नहीं होगी. नए बिल पर विस्तार से बताते हुए आगे उन्होंने कहा कि खरीदार और विक्रेता दोनों को इस बिल से लाभ मिलने वाला है. उन्होंने कहा कि इस कृषि बिल को लेकर सिर्फ राजनीति की जा रही है.