कुशीनगर: जिले में पत्रकार संगठन की एक इकाई ने बलिया बोर्ड परीक्षा पेपर लीक मामले में जेल भेजे गए पत्रकारों की रिहाई की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कुशीनगर की अनुपस्थिति में एडीएम देवी दयाल वर्मा को सौंपा. सरकार से बलिया में कथित तौर पर फंसाए गए पत्रकारों को तत्काल रिहा करने और दोषियों को दंडित करने के साथ ही प्रदेश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की.
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के प्रदेश अध्यक्ष अजय प्रताप नारायण सिंह के आह्वान पर मंगलवार को जिलाध्यक्ष हृदयानन्द शर्मा के नेतृत्व में पत्रकारों ने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया और पेपर लीक मामले में पत्रकारों को फर्जी तरीके से फंसाए जाने का आरोप लगाया. जिलाध्यक्ष श्रीशर्मा ने देश में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग करते हुए कहा कि बलिया में पत्रकारों की गिरफ्तारी मीडिया पर लगाम लगाने की साजिश है.
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प्रदेश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री योगी से हम सब अपील करते हैं कि इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करते हुए पत्रकारों को रिहा किया जाय. वरिष्ठ पत्रकार कुंदन मिश्र और पवन मिश्र ने कहा कि पत्रकार का काम होता है. खबरों को उजागर करना. सौंपे ज्ञापन में पत्रकार उत्पीड़न की घटनाओं के तरफ आकृष्ट कराते कहा गया कि पत्रकार समस्याओं पर विशेष ध्यान दिया जाय.
इस दौरान विजय राव, असफाक, सुधाकर उपाध्याय, मंतोष जायसवाल, टीपू सुल्तान, खुर्शेद अंसारी, अजित कुमार, ज्ञान चंद गोंड़, विनोद तिवारी, बृज बिहारी त्रिपाठी, अजय मिश्रा, रत्नेश मिश्रा, गयासुद्दीन अंसारी, पवन मिश्र, संदीप सिंह, जेपी सैनी, आर्यन शर्मा, अर्जुन बेदान्त, मोहन वर्मा, कृष्ण मोहन पाण्डेय, पप्पू राजभर, इमामुद्दीन, सिरजेश यादव, आफताब आलम सहित भारी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे.
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