कुशीनगर: कप्तानगंज स्थित एक मेडिकल स्टोर फिर से चर्चा में आ गया है. पहले सीएचसी के अंदर अस्पताल के ट्रेनी स्टाफ को पीटने के बाद अब मेडिकल स्टोर वाले मकान में ही प्रसव करवाने का मामला सामने आया है. कप्तानगंज नगर स्थित पवन मेडिकल स्टोर के मकान में ही एक स्टाफ नर्स ने आशा के साथ मिलकर गर्भवती महिला की डिलीवरी कराई. इसमें नवजात की मौत हो गई. महिला और उसके मृतक बच्चे को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कप्तानगंज भेजा गया. इस पर सीएचसी प्रभारी ने थाने में तहरीर देकर दोषियों पर एफआईआर दर्ज कराने की बात कही.
जानकारी के मुताबिक, रामकोला ब्लॉक की आशा रंजना पाण्डेय खोटही की रहने वाली कुसुम नाम की गर्भवती महिला को रामकोला सीएचसी की जगह कप्तानगंज लेकर पहुंची. यहां पवन मेडिकल स्टोर के संचालक की पत्नी प्रियंका चौधरी जो रामकोला सीएचसी की स्टाफ नर्स है, पहले से मौजूद थी. दोनों ने मिलकर किसी अस्पताल की जगह महिला का प्रसव पवन मेडिकल स्टोर के पीछे के कमरे में कराया. यही नहीं परिजनों से मेडिकल स्टोर की दवा के नाम पर लगभग 1100 रुपये वसूले. नतीजन, स्टाफ नर्स और आशा की लालच और लापरवाही की कीमत नवजात को अपनी जान गंवा कर चुकानी पड़ी. नवजात की मौत के बाद महिला को सीएचसी कप्तानगंज रेफर किया गया. इसके बाद सीएचसी प्रभारी ने पवन मेडिकल स्टोर और जिम्मेदारों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की.
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इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी सुरेश पटेरिया ने बताया कि आशा को निलंबित करने के लिए सीएससी प्रभारी को निर्देशित किया गया है. वहीं, स्टाफ नर्स की बर्खास्तगी के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी गई है. दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी.