कौशांबी: जिले से एसटीएफ ने उमेश पाल हत्याकांड से जुड़े होने की आशंका में दो लोगों को उठाया है. बताया जा रहा है कि अतीक अहमद के बेटे असद अहमद के वाट्सएप ग्रुप 'शेर-ए-अतीक' से ये लोग जुड़े हुए थे. असद इस ग्रुप का एडमिन था. इसमें 14 जिले के 56 लोग जुड़े थे और आपस में संदेशों का अदान-प्रदान कर रहे थे. यह जानकारी पुलिस के सूत्रों से पता चली है.
उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद का नाम सीसीटीवी फुटेज के बाद आया है. इसके बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. बताया जा रहा है कि हत्याकांड से पहले असद का 'शेर-ए-अतीक' नाम से एक वाट्सएप ग्रुप चलता था. इसको उमेश पाल हत्याकांड से पहले डिलीट कर दिया गया. लेकिन, एसटीएफ ने इसको ट्रेस कर लिया. सूत्रों की मानें तो ग्रुप के मेंबर इसके बाद वाट्सएप कॉलिंग के जरिए आपस में जुड़े रहे. इसी में प्रयागराज का रहने वाला अबू जैद भी शामिल था. मौजूदा समय में अबू जैद अपनी ननिहाल कौशांबी जिले के कोखराज कोतवाली के सिहोरी गांव में रहता था.
चर्चा है कि उमेश पाल हत्याकांड में मरियाडीह के जिस शूटर साबिर का नाम प्रकाश में आया है, उसके भाई जाकिर को अबू जैद व राला गांव निवासी कादिर ने शरण दी थी. पुलिस की घेराबंदी के दौरान जाकिर भाग गया. इसके बाद हार्टअटैक से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने पिछले दिनों उसकी लाश सरसों के खेत से बरामद की थी. इसी मामले में एसटीएफ ने कोखराज इलाके में सघन चेकिंग अभियान चलाया. इसमें कोखराज पुलिस भी शामिल हुई. रविवार रात पुलिस सिहोरी से अबू जैद और राला से कादिर को हिरासत में लेकर प्रयागराज रवाना हो गई. इंस्पेक्टर कोखराज रमेश पटेल का कहना है कि यह कार्रवाई उनकी जानकारी में नहीं है. एसटीएफ की टीमें लगातार काम कर रही हैं. इस संबंध में वह कुछ नहीं बता सकते.
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