कौशांबी: जनपद में संदीपन घाट थाना क्षेत्र में तीन लोगों की हत्या मामले में त्रिस्तरीय जांच समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दी है. जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने 3 चकबंदी लेखपाल समेत एक चकबंदीकर्ता को निलंबित कर दिया है. वहीं कार्य में लापरवाही करने वाले सहायक चकबंदी अधिकारी के निलंबन की संस्तुति शासन को भेज दी गई है. डीएम की इस कार्रवाई से राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
वहीं, प्रयागराज के कमिश्नर ने कौशांबी जिलाधिकारी सुजीत कुमार को मामले में कमेटी बनाकर जांच करवाने का निर्देश दिए था. इसके बाद डीएम ने एडीएम न्यायिक डॉ. विश्राम की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन कर पूरे मामले में जांच का निर्देश दिया था. घटना के 12 दिन बीत जाने के बाद जांच कमेटी ने अपनी रिपोर्ट बुधवार को डीएम को सौंपी थी. जांच कमेटी ने जांच के दौरान चकबंदी लेखपाल राजकिरण, शिलवन्त सिंह, शिवेश सिंह तथा चकबन्दीकर्ता रामआसरे और सहायक चकबंदी अधिकारी अफजाल अहमद खां को लापरवाही एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता बरतने तथा पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के लिए चकबंदी अधिकारी चायल (द्वितीय) को भी दोषी पाया है.
जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कौशांबी डीएम ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कार्य मे लापरवाही करने पर चकबंदी लेखपाल राजकिरण, शिलवन्त सिंह, शिवेश सिंह तथा चकबंदीकर्ता रामआसरे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. वहीं, मामले के विभिन्न स्तरों पर सहायक चकबंदी अधिकारी चायल अफजाल अहमद खां को भी लापरवाही एवं कर्तव्यों के प्रति उदासीनता बरतने के लिए निलंबन की संस्तुति की गयी है. इसके साथ ही पर्यवेक्षणीय दायित्वों में शिथिलता के लिए चकबंदी अधिकारी चायल (द्वितीय) के विरूद्ध विभागीय कार्यवाही हेतु चकबंदी आयुक्त को जांच आख्या के साथ पत्र लिखा है. जिलाधिकारी द्वारा किए गए कार्यवाही के बाद से राजस्व विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
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