कौशांबीः तीन तलाक पर कानून बनने के बाद भी महिलाए इंसाफ पाने के लिये दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हैं. जिले में एक महिला का आरोप है कि पहले ससुराल वालों ने उसे दहेज के खातिर घर से भाग दिया और बाद में उसके पति ने फोन पर तीन तलाक दे दिया है. पीड़ित महिला ने मामले की शिकायत स्थानीय पुलिस से की लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद महिला ने अपर पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
तीन लाख रुपये और कार की मांग
जिले के पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हुसैनपुर गांव की कुलसुम आरोप है कि उसकी शादी प्रयागराज जनपद के नैनी थाना क्षेत्र के गजिया गांव के अकबर अली के साथ 19 जून 2018 को हुई थी. उसके पिता शाबान ने अपनी हैसियत के हिसाब से दहेज भी दिया था. इसके बावजूद शादी के आगले ही दिन से ससुरालियों ने तीन लाख नकद और कार की मांग करने लगे. मांग पूरी नहीं होने पर ससुराल वालों ने खाना-पानी बंद कर दिया.
शादी के दो माह बाद दहेज के लिए घर से भगाया
कुलसुम का आरोप है कि उसे शादी के दो माह बाद ही ससुराल वालों ने पीड़िता को मार-पीट कर घर से निकाल दिया. वह अपनी मरर्जी से कभी-कभी ससुराल जाती तो वहां मारा-पीटा जाता और दहेज लाने के लिये कहा जाता. कुलसुम का कहना है कि दिसम्बर में उसे जेवर, कपड़े छीनकर अपमानित किया और घर से भगा दिया. कुलसुम के पिता ने फोन पर समझाने का प्रयास किया तो पति अकबर अली ने गली-गलौच किया. 10 दिसंबर शाम 4 बजे पति अकबर, देवर, नन्द, सास, ससुर चार पहिया गाड़ी से आये और कहा कि अपनी लड़की को अगर भेजना चाहते हो तो तीन लाख रुपये और चार पहिया गाड़ी दो, नहीं अभी तलाक दे देंगे. इस बात कर विवाद हो गया. पड़ोसियों ने बीच-बचाव कर मामला किसी तरह शान्त कराया.
फोन पर दिया तीन तलाक
महिला का आरोप है कि घर वापस जाकर पति अकबर अली ने फोन पर तीन बार तलाक कहकर तलाक दे दिया. पीड़िता ने फोन पर तलाक दिए जाने की बात रिकॉर्ड कर ली थी. इसके बाद से कुलसुम इंसाफ के लिये थाने का चक्कर लगा रही हैं, लेकिन उसे इंसाफ नही मिला.
अपर पुलिस अधीक्षक से की शिकायत
29 दिसम्बर को पीड़िता ने अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर को शिकायती पत्र देते हुए कार्रवाई की मांग की है. शिकायती पत्र मिलने के बाद अपर पुलिस अधीक्षक ने पुरामुफ्ती पुलिस को मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.