कौशांबी: जिले की पुलिस ने रिटायर्ड फौजी और उसके बेटे को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि रिटायर्ड फौजी ने अपने बेटे के साथ मिलकर लोगों को नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी की है. इतना ही नहीं आरोपियों ने कई लोगों को फर्जी नियुक्ति प्रमाण पत्र भी बांटा है. फिलहाल पुलिस ने दोनों के खिलाफ लिखा पढ़ी कर के न्यायालय भेज दिया है.
मामला करारी थाना क्षेत्र (karari police station area) का है. जहां करारी कस्बे के रहने वाले रामचंद्र ने 8 अक्टूबर को पुलिस को शिकायती पत्र देते हुए बताया कि सराय अकिल थाना क्षेत्र के अमवा नेवादा गांव के रहने वाले रिटायर्ड फौजी राजभवन मिश्रा ने रामकुमार उच्च प्राथमिक विद्यालय इचौली में कम्प्यूटर सहायक पद में नौकरी दिलाने के नाम पर 9 लाख 60 हजार रुपये लिए. लेकिन अब तक उसे नौकरी नहीं मिली. आरोप है, जब पैसा वापस मांगने पर दो चेक दिया, जो कि बाउंस हो गए. चेक बाउंस होने पर जब पीड़ित शिकायत करने गया तो राजभवन मिश्रा ने अपने बेटे अजय मिश्रा और विजय मिश्रा के साथ मिलकर जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए गली-गलौज की.
वहीं, मामले की शिकायत मिलते ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था. साथ ही आरोपियों पर 15-15 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया था. इसी कड़ी में 29 दिसंबर को पुलिस को मुखबिर के जरिए सूचना मिली की आरोपी राजभवन मिश्रा और उसका बेटा अजय मिश्रा करारी इंटर कॉलेज तिराहे के पास मौजूद है. इस पर पुलिस ने दोनों आरोपियों को घेराबंदी करते हुए गिरफ्तार कर लिया. पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया कि उन्होंने कई और लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए वसूले हैं. जब लोग ज्यादा परेशान करने लगते थे तो उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र दे देते थे.
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि आरोपी रिटायर्ड फौजी राजभवन मिश्रा और उसके बेटे अजय मिश्रा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. यह लोग कई लोगों से नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुके हैं. इतना ही नहीं पुलिस ने बताया कि यह लोगों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी देते थे.
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