कौशाम्बीः जिले के एक गांव का रहने वाला भारतीय सेना का जवान आठ महीने पहले नक्सली हमले में तेलंगाना बार्डर पर घायल हो गया था. घायल सैनिक को महाराष्ट्र के पुणे स्थित आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान सैनिक ने सोमवार को दम तोड़ दिया. घटना की जानकारी होने पर पार्थिव शरीर लेने के लिए परिजन महाराष्ट्र के लिए रवाना हो चुके हैं. संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर पैतृक गांव पहुंचेगा. जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
सैनिक की मौत की खबर मिलते ही पूरे गांव में मातम परसा हुआ है. ग्रामीण सैनिक के घर पहुंच परिजनों को सांत्वना दे रहे हैं. मोहब्बतपुर पइंसा थाना क्षेत्र के रामसहायपुर गांव के रहने वाले लल्लू राम का 32 साल का बेटा नरेंद्र दिवाकर भारतीय सेना के 0105 इंजीनियरिंग बटालियन पुणे में सिपाही के पद पर तैनात था. मिली जानकारी के अनुसार आठ महीने पहले तेलंगाना बार्डर पर नक्सलियों ने हमला बोला था. हमले में कई जवानों की मौत भी हुई थी. नरेंद्र उसी हमले में घायल हुए थे. उन्हें आर्मी अस्पताल पुणे में भर्ती कराया गया था. काफी समय से उनका इलाज अस्पताल में चल रहा था, लेकिन राहत नहीं मिल रही थी. सोमवार की दोपहर नरेंद्र ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया. आर्मी के अफसरों ने इसकी जानकारी परिवार वालों को दी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई और परिजनों में कोहराम मच गया है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
सैनिक नरेंद्र दिवाकर की मौत की खबर से घर के साथ-साथ पूरे गांव में मातम पसर गया है. रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी और ग्रामीण दिवंगत सैनिक नरेंद्र के घर इकट्ठा होने लगे. लोगों ने परिवार को ढांढस बंधाना शुरू कर दिया. सैनिक के घर में ग्रामीणों की भीड़ लगी हुई है.
इसे भी पढ़ें- पंचतत्व में विलीन हुए यूपी के पूर्व CM कल्याण सिंह, बेटे राजवीर ने दी मुखाग्नि
सैनिक की मौत की खबर मिलते ही सैनिक के पिता लल्लू राम अपने पट्टीदारों और अन्य कुछ ग्रामीणों के साथ पार्थिव शरीर लेने के लिए पुणे रवाना हो गए हैं. संभावना जताई जा रही है कि मंगलवार को सैनिक का पार्थिव देह उनके पैतृक आवास पहुंच जाएगा. जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.