कौशांबी: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं इस महामारी के बीच जिला प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरते जाने का मामला भी सामने आ रहा है. दरअसल हॉटस्पॉट घोषित गांव में सैनेटाइजेशन करने गए कर्मचारी जान जोखिम में डालकर अपना काम करने को मजबूर हैं. इन कर्मचारियों को न तो कोई पीपीई किट दिया गया है और ही हाथों में लगाने के लिए ग्लव्स.
जान जोखिम में डालकर हॉटस्पॉट इलाकों को सैनिटाइज कर रहे कर्मचारी
इस जोखिम भरे काम को पूरा करने के लिए कर्मचारियों को मात्र सिंगल लेयर का एक मास्क ही दिया गया. वहीं इस मामले में जिले के आलाधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. पश्चिम शरीरा कोतवाली क्षेत्र के कोल्हुआ गांव में गैरप्रांत से आए दो प्रवासी श्रमिकों की हालत ख़राब होने पर उनकी जांच का सैम्पल प्रयागराज भेजा गया था. मंगलवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई.
डीएम ने कोरोना संक्रमित मरीज के इलाके को हॉटस्पॉट घोषित कर पूरे गांव को सील कर दिया. साथ ही पूरे गांव को सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया है लेकिन सैनिटाइज करने पहुंचे सफाई कर्मचारियों को बचाव के उपकरण नहीं दिए गए. हालांकि उन्होंने प्रशासन के निर्देश का पालन किया और पूरे गांव में साफ सफाई के साथ ही सैनेटाइज किया.
जिले में अब तक कुल 29 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. इसमें से 27 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं 2 मरीज ठीक हो चुके हैं.
कौशांबी: हॉटस्पॉट एरिया में बिना बचाव उपकरण के कर्मचारियों से कराया जा रहा काम - kaushambi news
कौशांबी जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 29 हो गई है. वहीं हॉटस्पॉट इलाकों में सैनिटाइज करने का काम कर रहे कर्मियों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं. उन्हें न तो पीपीई किट उपलब्ध कराई गई है और न ही ग्लव्स.
कौशांबी: जिले में कोरोना संक्रमित मरीजो की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं इस महामारी के बीच जिला प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरते जाने का मामला भी सामने आ रहा है. दरअसल हॉटस्पॉट घोषित गांव में सैनेटाइजेशन करने गए कर्मचारी जान जोखिम में डालकर अपना काम करने को मजबूर हैं. इन कर्मचारियों को न तो कोई पीपीई किट दिया गया है और ही हाथों में लगाने के लिए ग्लव्स.
जान जोखिम में डालकर हॉटस्पॉट इलाकों को सैनिटाइज कर रहे कर्मचारी
इस जोखिम भरे काम को पूरा करने के लिए कर्मचारियों को मात्र सिंगल लेयर का एक मास्क ही दिया गया. वहीं इस मामले में जिले के आलाधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं. पश्चिम शरीरा कोतवाली क्षेत्र के कोल्हुआ गांव में गैरप्रांत से आए दो प्रवासी श्रमिकों की हालत ख़राब होने पर उनकी जांच का सैम्पल प्रयागराज भेजा गया था. मंगलवार को उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई.
डीएम ने कोरोना संक्रमित मरीज के इलाके को हॉटस्पॉट घोषित कर पूरे गांव को सील कर दिया. साथ ही पूरे गांव को सैनिटाइज कराने का निर्देश दिया है लेकिन सैनिटाइज करने पहुंचे सफाई कर्मचारियों को बचाव के उपकरण नहीं दिए गए. हालांकि उन्होंने प्रशासन के निर्देश का पालन किया और पूरे गांव में साफ सफाई के साथ ही सैनेटाइज किया.
जिले में अब तक कुल 29 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं. इसमें से 27 मरीजों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. वहीं 2 मरीज ठीक हो चुके हैं.