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कब्र में दफन रमजान को दूसरे परिवार ने बताया अपना बेटा सूरज, कब्र से शव निकाल लिया गया डीएनए सैंपल

सिराथू तहसील क्षेत्र के बिजलीपुर गांव में कब्र में दफन शव से रहस्य का पर्दा उठाने के लिए शव को कब्र से निकाल कर डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया गया. रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर जांच किए जाने के आदेश दिए हैं.

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महिला का लिया जा रहा सैंपल
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Published : Jul 3, 2022, 5:13 PM IST

कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) के गृह जनपद का जिला प्रशासन उस समय असमंजस की स्थिति में हो गया, जब एक शव के दो दावेदार हो गए. कब्र में दफन रमजान नाम के युवक के शव पर हिंदू परिवार ने अपना हक जताते हुए उसे अपने बेटे सूरज का शव बताया. मामला कौशाम्बी डीएम के पास पहुंचा तो डीएम ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर शव को कब्र से निकालकर उसकी DNA जांच कराए जाने का आदेश दिया है. डीएम के आदेश के बाद सीओ और एसडीएम सिराथू की मौजूदगी में रविवार को शव को कब्र से निकाल कर डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया.

यह मामला सिराथू तहसील क्षेत्र के बिजलीपुर गांव का है. जहां कब्र में दफन शव से रहस्य का पर्दा उठाने के लिए शव को कब्र से निकाल कर डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया गया. बताया जा रहा है कि 11 जून को एक युवक का शव पुलिस को रेलवे ट्रैक के किनारे क्षत-विक्षत हालत में मिला. पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया.

राहुल देव भट्ट, उपजिलाधिकारी

इसे भी पढ़ेंः अखिलेश यादव ने सपा की सभी इकाइयों को किया भंग, जानिए क्या है इसके पीछे की वजह

जिसके बाद शव की पहचान सब्बीर अहमद ने उसे अपने बेटे रमजान के रूप में किया. पुलिस ने शव की शिनाख्त होने के बाद सब्बीर को शव सुपुर्द कर दिया. सब्बीर ने शव को घर लाकर उसको सुपुर्दे खाक कर दिया था. वहीं, दूसरी तरफ फतेहपुर के धाता निवासी संतराज ने शव को अपना बेटा सूरज बता कर जांच किए जाने की अपील डीएम कौशांबी सुजीत कुमार (DM Kaushambi Sujit Kumar) से की.

एक युवक के शव पर दो परिवारों के दावा होने के बाद जिला प्रशासन असमंजस की स्थिति में आ गया है. संतराज ने डीएम को बताया कि उसका बेटा घर से डांट खाने की वजह से भाग गया था, जिसके बाद उसकी काफी तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिला. उन्हें पता चला है कि जो लाश रेलवे ट्रैक के किनारे मिली है, वह उनके बेटे की है.

डीएम ने कब्र में दफन लाश किसकी है, यह पता लगाने के लिए प्राइमरी जांच पुलिस से कराते हुए रिपोर्ट तलब किया. इसमें पुलिस अधिकारियों ने शव को बिना कब्र से बाहर निकाले सत्यता की जांच में असमर्थता जाहिर की. रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर जांच किए जाने के आदेश दिए हैं.

संतराज के दावे की हकीकत जानने के लिए रविवार को बिजलीपुर गांव में शव को कब्र से बाहर निकाला गया. तीन डॉक्टरों का पैनल बनाकर शव का परीक्षण होगा. शव से खून आदि के सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है. सिराथू के एसडीएम राहुल देव भट्ट ने बताया कि एक शव पर दो परिवारों ने अपना दावा किया है. जिसके कारण शव को कब्र से निकालकर डीएनए सैंपल लिया गया है. इसके साथ ही दोनों परिवार के सदस्यों का भी डीएनए सैंपल दिया गया है. डीएनए सैंपल परिवार के लोगों के डीएनए से मैच करा कर पुष्टि की जाएगी.
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कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Deputy CM Keshav Prasad Maurya) के गृह जनपद का जिला प्रशासन उस समय असमंजस की स्थिति में हो गया, जब एक शव के दो दावेदार हो गए. कब्र में दफन रमजान नाम के युवक के शव पर हिंदू परिवार ने अपना हक जताते हुए उसे अपने बेटे सूरज का शव बताया. मामला कौशाम्बी डीएम के पास पहुंचा तो डीएम ने तीन सदस्यीय टीम गठित कर शव को कब्र से निकालकर उसकी DNA जांच कराए जाने का आदेश दिया है. डीएम के आदेश के बाद सीओ और एसडीएम सिराथू की मौजूदगी में रविवार को शव को कब्र से निकाल कर डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल लिया गया.

यह मामला सिराथू तहसील क्षेत्र के बिजलीपुर गांव का है. जहां कब्र में दफन शव से रहस्य का पर्दा उठाने के लिए शव को कब्र से निकाल कर डीएनए जांच के लिए सैंपल लिया गया. बताया जा रहा है कि 11 जून को एक युवक का शव पुलिस को रेलवे ट्रैक के किनारे क्षत-विक्षत हालत में मिला. पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया.

राहुल देव भट्ट, उपजिलाधिकारी

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जिसके बाद शव की पहचान सब्बीर अहमद ने उसे अपने बेटे रमजान के रूप में किया. पुलिस ने शव की शिनाख्त होने के बाद सब्बीर को शव सुपुर्द कर दिया. सब्बीर ने शव को घर लाकर उसको सुपुर्दे खाक कर दिया था. वहीं, दूसरी तरफ फतेहपुर के धाता निवासी संतराज ने शव को अपना बेटा सूरज बता कर जांच किए जाने की अपील डीएम कौशांबी सुजीत कुमार (DM Kaushambi Sujit Kumar) से की.

एक युवक के शव पर दो परिवारों के दावा होने के बाद जिला प्रशासन असमंजस की स्थिति में आ गया है. संतराज ने डीएम को बताया कि उसका बेटा घर से डांट खाने की वजह से भाग गया था, जिसके बाद उसकी काफी तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिला. उन्हें पता चला है कि जो लाश रेलवे ट्रैक के किनारे मिली है, वह उनके बेटे की है.

डीएम ने कब्र में दफन लाश किसकी है, यह पता लगाने के लिए प्राइमरी जांच पुलिस से कराते हुए रिपोर्ट तलब किया. इसमें पुलिस अधिकारियों ने शव को बिना कब्र से बाहर निकाले सत्यता की जांच में असमर्थता जाहिर की. रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर जांच किए जाने के आदेश दिए हैं.

संतराज के दावे की हकीकत जानने के लिए रविवार को बिजलीपुर गांव में शव को कब्र से बाहर निकाला गया. तीन डॉक्टरों का पैनल बनाकर शव का परीक्षण होगा. शव से खून आदि के सैंपल लेकर डीएनए टेस्ट के लिए रिपोर्ट भेजी जा रही है. सिराथू के एसडीएम राहुल देव भट्ट ने बताया कि एक शव पर दो परिवारों ने अपना दावा किया है. जिसके कारण शव को कब्र से निकालकर डीएनए सैंपल लिया गया है. इसके साथ ही दोनों परिवार के सदस्यों का भी डीएनए सैंपल दिया गया है. डीएनए सैंपल परिवार के लोगों के डीएनए से मैच करा कर पुष्टि की जाएगी.
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