कौशांबी : ज़िले में 10 मार्च को ओसा मंडी स्थित मतगणना रुकने पर कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया. इस बवाल के बाद हुए बवाल में पुलिस ने 400 अज्ञात सपा समर्थकों पर मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस अब वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान करने में जुटी है. अपर पुलिस अधीक्षक के मुताबिक बवाल करने वाले कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
सिराथू विधानसभा यूपी की हॉट सीटों में से थी. लिहाज़ा इस सीट पर सबकी निगाह थी. कल 10 मार्च को वोटों की गिनती हो रही थी. लगभग शाम 6 बजे 29 वे राउंड की गिनती के दौरान भाजपा एजेंट योगेंद्र सिह ने EVM में गड़बड़ी होने की बात कहकर रिकॉउंटिंग की मांग करने लगे. रिटर्निंग ऑफिसर रहे विनय कुमार गुप्ता ने रिकॉउंटिंग करने से इनकार कर दिया.
इसी बात को लेकर एजेंट और प्रशासनिक अफसरों के बीच हंगामा होने लगा. इस बीच मतगणना होती रही. लगभग 2 घंटे बीत जाने के बाद दोबारा काउंटिंग को लेकर फिर हंगामा होने लगा. मतगणना स्थल पर डीएम, एसपी समेत भारी पुलिस फोर्स अर्धसैनिक बल के साथ पहुच गए.
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अर्धसैनिक बल ने हल्का बल प्रयोग कर भाजपा के एजेंटों को मतगणना स्थल से बाहर किया गया लेकिन मंडी के बाहर खड़े सपा समर्थकों में अफ़वाह फैल गयी कि प्रशासन केशव प्रसाद मौर्य को जबरन जीत दिला रहा है.
इसी बात को लेकर सपा और भाजपा दोनों के समर्थक उग्र हो उठे और नारेबाजी करते हुए मंडी गेट तोड़ने का प्रयास करने लगे. अर्धसैनिक बल ने उपद्रवियों को रोकने का प्रयास किया तो ईंट-पत्थर चलाने लगे. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज किया.
आंसू गैस के गोले दागे और हवा में फायरिंग भी की. तब जाकर स्थिति सामान्य हुई. पत्थरबाजी में सीओ सिटी और उनके हमराही सिपाही को चोट आई है. इसका इलाज़ जिला अस्पताल में चल रहा है हालांकि एफआईआर में सिर्फ सपा समर्थकों का ज़िक्र है. वहीं, अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने कहा कि वीडियो के आधार पर उपद्रवियों की पहचान कर कार्यवाही की जाएगी.