कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से दिलदहला देनेवाली घटना सामने आई है. दो बेटियों की अच्छी परवरिश के लिए पैसे कमाने कौशांबी से सऊदी अरब गए युवक की 18 अगस्त को मौत हो गई. मौत के बाद पत्नी का रो-रो कर बुरा हाल है. पत्नी ने हाथ जोड़ते हुए सरकार से पति का शव सऊदी अरब से वापस लाने की गुहार लगाई है. जहां पत्नी और परिजनों ने कौशांबी डीएम को पत्र लिखकर शव को वापस लाने की गुहार लगाई है.
मंझनपुर तहसील के अमुरा गांव के रहने वाले राममिलन खेती किसानी करके अपने परिवार का भरण पोषण किया करते थे. राममिलन की शादी के बाद 2 बेटियां हुई तो वह छोटी बेटी संजना के जन्म के 2 माह बाद अपनी गरीबी मिटाने के लिए सऊदी अरब जाने का मन बनाया और वीजा बनवाकर सऊदी अरब के लिए रवाना हो गए.
सऊदी अरब में राममिलन एक कंपनी में काम करना शुरू कर दिया. इस दौरान कंपनी ने उन्हें दम्माम शहर स्थित एक मदरसा में साफ सफाई का काम सौंपा. 18 अगस्त की सुबह राममिलन ने फोनपर अपने घर वालों से बात की. जहां उन्होंने सीने में दर्द होने की बात कही और इलाज करवाने की बात कहकर फोन काट दिया. जहां शाम को घर वालों को सूचना मिली कि राममिलन की मौत हो गई है.
घर वालों को बताया गया कि सुबह राममिलन काम पर नहीं गया तो साथियो ने उसका पता लगाने कमरे में पहुंचे तो वह वहां मृत अवस्था में पड़ा हुआ था. इसकी सूचना सऊदी अरब पुलिस को दी गई. उसके बाद परिजनों से राममिलन की कंपनी ने कुछ कागजात मंगवाए, जहां परिजनों के कागजात भेजने के बाद भी अब तक राममिलन का शव सऊदी अरब से नहीं आया है. परिजनों ने सरकार से राममिलन का शव वापस लाने की गुहार लगाई है.
राममिलन के बड़े भाई मोहन लाल ने बताया कि राममिलन पैसा कमाने के लिए सऊदी अरब 8 महीने पहले गया हुआ था. जहां 18 अगस्त को उसकी मौत हो गई है. बताया गया कि हार्ट अटैक की वजह से उसकी मौत हो गई है. कंपनी के लोगों ने कुछ कागजात मंगवाए हैं जिसे भेज दिया गया है, लेकिन इसके बावजूद भी अभी तक शव वापस नहीं आ सका है. इस मामले में डीएम सुजीत कुमार को पत्र लिखकर शव वापस लाने की मांग की गई है.
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