कौशांबी: जिले के दोआबा की गलियों और मोहल्लों में आवारा कुत्तों ने आतंक मचा रखा है. इस कारण लोगों में कुत्तों को लेकर खौफ पैदा हो गया है. कुत्ता काटने के शिकार करीब 40 से 45 लोग रोजाना जिला अस्पताल में एंटी रेबीज का इंजेक्शन लगवाने पहुंच रहे हैं. इससे किसी का फायदा हो न हो अस्पताल कर्मियों का फायदा जरूर हो रहा है.
इस पूरे मामले को लेकर पीड़ितों का आरोप है कि उनसे पूरी डोज का कोर्स देने के लिए 2000 रुपये तक वसूली की जाती है. पैसा नहीं देने पर वहां से महंगा इंजेक्शन खरीदवाया जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आने के बाद जिला अस्पताल के कर्मचारियों की अवैध वसूली का खुलासा हुआ है. जिला अस्पताल के सीएमएस ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
अस्पताल कर्मचारी कर रहे अवैध वसूली
मंझनपुर कस्बे के नया नगर प्रथम के रहने वाले गुलाम हैदर के पुत्र हसीन को कुत्ते ने काटा था, जिसके बाद हसीन अपनी मां जैनब के साथ इंजेक्शन लगवाने जिला अस्पताल पहुंचा. जैनब का आरोप है कि अस्पतालकर्मियों ने उससे इंजेक्शन की पूरी डोज लगाने के लिए रुपये की डिमांड की. जैनब ने पैसा देने में असमर्थता जाहिर की तो अस्पतालकर्मियों ने इंजेक्शन न होने की बात कह कर उसे तीन दिनों तक टहलाया.
महंगे दामों में दे रहे इंजेक्शन
तीसरे दिन उसे जल्द से जल्द इंजेक्शन लगवाने की जरूरत बताकर उसे बाहर से इंजेक्शन लाने के लिए कहा, जिसके बाद जैनब स्टोर इंजेक्शन लेने पहुंची तो इंजेक्शन के दाम सुनकर उसके होश उड़ गए. लाचार जैनब मुहल्ले वालों से पैसा उधार ले जाकर अपने बेटे हसीन को इंजेक्शन लगवाया. अब वह मजदूरी करके लोगों का पैसा वापस करेगी.
इसे भी पढ़ें- कानपुर देहात: वार्ड बॉय पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप, गई बच्ची की जान
एक मामला संज्ञान में आया है. संडे होने की वजह से इंजेक्शन नहीं लग पा रहे थे. इमरजेंसी में छुट्टी वाले दिन भी इंजेक्शन लगवाने की व्यवस्था इमरजेंसी में करवा दी गई है. पूरे प्रकरण में जांच करवा कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
-दीपक सेठ, सीएमएस, जिला अस्पताल