कौशांबी : टूटी सड़कें, झोपड़ियां, अधूरे पड़े शौचालय, बजबजाती नालियां और गंदगियों के ढेर, ये नजारा है कौशांबी जिले के गांव सेलरहा पश्चिम का. इतना ही नहीं जिम्मेदारों की लापरवाही से ऐसे तमाम गांवों में सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाएं नहीं पहुंच सकी हैं. गांवों में भ्रष्टाचार के चलते शौचालय आज भी अधूरे पड़े हैं या यूं कहें कि अधिकतर जरूरतमंदों को लाभ मिला ही नहीं.
दरअसल यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह नगर सिराथू से महज 10 किलोमीटर दूर सेलरहा पश्चिम गांव स्थित है. भले ही पंचायत कार्यकाल के पांच साल पूरे हो गए हों लेकिन सेलरहा के ग्रामीण आज भी विकास की आस लगाए बैठे हैं. क्योंकि सेलरहा पश्चिम गांव आलम यह कि यहां नियुक्त सफाई कर्मी के न आने से नालियां चोक पड़ी हुई हैं, उससे दुर्गंध आती रहती है. गंदा पानी सड़क पर भर जाता है, जिससे ग्रामीणों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
क्या कहते हैं ग्रामीण
ग्रामीण मैकी देवी ने बताया कि कुछ दिन बाद उनकी बेटी की शादी होनी है और घर के दरवाजे पर ही गंदगी फैली हुई है. वहीं गांव के ही रहने वाले रमेश चंद्र के मुताबिक गांव में नाली-खड़ंजा आदि की भारी समस्या है. नाली नहीं होने से रास्तों में पानी भर जाता है. जिससे पैदल या मोटरसाइकिल से आने-जाने वाले लोग गिर कर घायल हो जाते हैं.
आवास के लिए तरस रहे पात्र
इतना ही नहीं सेलरहा पश्चिम गांव में कुछ लोग ऐसे हैं जिनका बारिश में घर गिर जाने के बाद आज तक उन्हें प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया गया. जिससे वह इस ठंड के मौसम में भी खुले आसमान के नीचे सोते हैं. ग्रामीण जुगुल किशोर के मुताबिक उनका मकान बारिश में गिर गया था, जिसके बाद प्रधानमंत्री आवास देने का आश्वासन दिया गया लेकिन आज तक आवास नहीं मिला.
जिम्मेदार मौन
जब इस बाबत ग्राम प्रधान से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से साफ इनकार कर दिया. वहीं अधिकारियों ने बिना कैमरे के सामने आए कहा कि यदि शौचालय नहीं बना है तो वह इस मामले में जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे.