कौशांबी: बिजली चोरी के जरिए विभाग को चपत लगने की बात तो आपने अक्सर सुनी होगी. लेकिन यहां बिजली चोरी नहीं, बल्कि चोरों ने तार चोरी कर लाखों का चपत लगाया. ये मामला डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के गृह कौशांबी का है. यहां एक शख्स ने बिजली विभाग को सूचना दी, कि 33 केवीए की लाइन से बिजली नहीं बल्कि तार चोरी हुए हैं. मामले की जानकारी लगते ही बिजली विभाग अधिकारियों में हड़कंप मच गया है. उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के मुताबिक, मामला सैनी कोतवाली क्षेत्र (Saini Kotwali area) के सिराथू स्थित पावर हाउस का है, जहां सिराथू पवार हाउस से कोखराज तक 33 केवीए की सप्लाई के लिए विद्युत लाइन खिंची गई थी. यह लाइन सिराथू से शुरू होकर संयारा, निहालपुर, चतुरीपुर, और गुलामीपुर गांव से होते हुए कोखराज में जाती है. कुछ सालों बाद कोखराज के लिए दीनदयाल उपाध्याय विद्युत योजना के जरिये ग्रामीण इलाकों का विधुतीकरण करवा दिया गया, जिसके बाद यह लाइन बन्द पड़ी हुई थी. कुछ दिन पहले 33 केवीए अकेला इनकी तार टूट कर नीचे गिर गई थी.
ग्रामीणों ने इसकी जानकारी विद्युत विभाग के कर्मचारियों को दिया. कर्मचारी मौके पर पहुंचे और तार को खंभे में बांधकर वापस लौट आए. कुछ दिन बाद ही निहालपुर और चतुरीपुर गांव के पास चोरों ने 33 केवीए विद्युत लाइन की 40 से अधिक खंभों की तार चोरी कर लिया. ग्रामीणों ने तार चोरी किए जाने की सूचना विद्युत विभाग के कर्मचारियों को दिया. लेकिन लाखों की चोरी हो जाने की सूचना मिलने के बाद भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, जिसके बाद निहालपुर गांव के रहने वाले हरिश्चंद्र ने मामले की जानकारी मीडिया कर्मियों को दी.
हरीश चंद ने बताया कि उसके गांव के आसपास के 40 खंभों की तार को चोर खोले गए हैं. लाखों के तार चोरी हो जाने की जानकारी मीडिया में आ जाने के बाद विद्युत विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया, विद्युत विभाग के आला अधिकारी अब इस पूरे मामले में जांच के बाद कार्रवाई बात कह रहे है. इतनी बड़ी मात्रा में तार के चोरी हो जाने से बिजली विभाग समेत पुलिस विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता अंकित कुमार ने बताया कि मीडिया के माध्यम से 33 केवीए के लाइन की तार चोरी होने की जानकारी मिली है. यह लाइन आठ नौ साल से बंद पड़ी हुई थी. साथ ही मामले की जांच की जा रही है.
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