कौशांबी: यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान 24 फरवरी को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेटे से हुई झड़प के मामले में पुलिस ने शिकायत दर्ज की थी. इस मामले में 23 नामजद समेत 25 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य ने कौशांबी पुलिस को केस वापस लेने के लिए पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि मुकदमे से गरोबों और छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा.
वहीं अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने कहा कि योगेश मौर्या ने मुकदमा वपास लेने का पत्र दिया है. उसमें नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है. डिप्टी सीएम के बेटे योगेश मौर्य ने आरोप लगाया था कि वो अपने पिता और बीजेपी प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य के पक्ष में अपने समर्थकों के साथ 24 फरवरी को मोहब्बतपुर पइंसा कोतवाली क्षेत्र के उदहिन में प्रचार करने गए थे.
उदहिन के पास बड़ी संख्या में लोग उनके प्रचार का विरोध करने लगे. जब उन्होंने विरोध का कारण पूछा तो उनके साथ गाली गलौज और मारपीट की गई. आरोप है कि इस झगड़े में योगेश मौर्य की सोने की चेन और जेब में रखे हुए पैसे भी लूट लिए गए. इसकी सूचना पुलिस को दिए जाने के बाद सिराथू सीओ योगेंद्र कृष्ण नारायण कई थानों की फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. किसी तरह से भीड़ में फंसे योगेश मौर्य को बाहर निकाला और मामला शांत कराया गया.
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चुनावी माहौल के कारण इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई थी. योगेश मौर्य ने मामले की शिकायत शनिवार को उच्च अधिकारियों से की थी. इसके बाद एसपी हेमराज मीणा के आदेश पर पुलिस ने 23 नामजद सहित 25 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके छानबीन शुरू की गयी थी. सोमवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बेटे योगेश मौर्य ने पुलिस को केस वापस लेने के लिए प्रार्थना पत्र दिया. उन्होंने कहा कि मुकदमे से गरोबों और छात्रों का भविष्य खराब हो जाएगा. अब पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है.
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