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20 लाख की फिरौती के लिए ममेरे भाई ने किया था बच्चे का अपहरण, 12 घंटे के अंदर ही गिरफ्तार

कौशांबी में शुक्रवार की देर शाम अपहरणकर्ताओं ने घर के बाहर खेलते समय बच्चे का अपहरण कर लिया. काफी देर तक जब बच्चा नहीं मिला तो घर वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से बच्चे को मुक्त कराया.

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20 लाख की फिरौती के लिए ममेरे भाई ने किया था बच्चे का अपहरण
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Published : Jan 29, 2022, 6:03 PM IST

कौशांबी : उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में शुक्रवार की देर शाम अपहरणकर्ताओं ने घर के बाहर खेलते समय बच्चे का अपहरण कर लिया. काफी देर तक जब बच्चा नहीं मिला तो घर वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मामले की सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई. पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से बच्चे को मुक्त कराया.

घटना मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के भेलखा गांव की है, जहां भेलखा गांव के रहने वाले ध्यान सिंह यादव का अरुष यादव (2) शुक्रवार की शाम घर के बाहर खेल रहा था, तभी अचानक अरुष घर के बाहर से ही गायब हो गया. घरवालों ने अरुष की खोजबीन काफी देर तक की. लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला, जिसके बाद ध्यान सिंह यादव ने इस पूरे मामले की सूचना मंझनपुर कोतवाली पुलिस को दी.

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा

मंझनपुर कोतवाली पुलिस (Manjhanpur Kotwali Police) 2 वर्ष के मासूम के अपहरण की सूचना मिलते ही हरकत में आई और घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से छानबीन शुरू की तभी पुलिस को सूचना मिली कि कुछ देर पहले ही ध्यान सिंह का रिश्तेदार आशीष यादव घर के आस-पास दिखाई दिया था, जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले की छानबीन करते हुए आशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया.

इसे भी पढ़ेंः किशोर के अपहरण के 25 दिनों बाद भी पुलिस को नहीं मिला सुराग, चिठ्ठी फेंक 4 लाख मांगी गई फिरौती

पुलिस की सक्रियता को देखते हुए अपरहणकर्ता अजीत यादव और उसका दोस्त दोनों मासूम को सड़क के किनारे छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने मासूम को अपने कब्जे में लेते हुए गिरफ्तार किए गए आशीष यादव से कड़ाई से पूछताछ की तो आशीष यादव ने पूछताछ में बताया कि वह बच्चे का अपहरण कर घर वालों से 20 लाख रुपये फिरौती लेने की योजना बनायी थी.

इसी के तहत उसने अपने भाई अजीत यादव और उसके दोस्त को भेजकर बच्चे का अपहरण करवाया था. पुलिस ने आशीष यादव के खिलाफ लिखा पढ़ी कर उसे जेल भेज दिया है. वहीं, पुलिस फरार चल रहे आरोपी अजीत यादव और उसके दोस्त की तलाश कर रही है.

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा (Superintendent of Police Hemraj Meena) ने बताया कि भेलखा गांव से बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को सक्रिय किया था. पुलिस टीम ने काफी सक्रियता से काम करते हुए अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे को मुक्त कराया. साथ ही एक अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया गया. अपहरणकर्ताओं का मकसद था कि वह बच्चे का अपहरण कर 20 लाख रुपये की फिरौती घरवालों से लेना चाहते थे. इस पूरे मामले में पुलिस टीम की सक्रियता के चलते बच्चे को सकुशल बरामद कर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया गया है. फरार चल रहे दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी. मंझनपुर कोतवाली पुलिस को 10 हजार रुपये से पुरस्कृत किया जायेगा.

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कौशांबी : उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में शुक्रवार की देर शाम अपहरणकर्ताओं ने घर के बाहर खेलते समय बच्चे का अपहरण कर लिया. काफी देर तक जब बच्चा नहीं मिला तो घर वालों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. मामले की सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस घटना की छानबीन में जुट गई. पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर उसके चंगुल से बच्चे को मुक्त कराया.

घटना मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के भेलखा गांव की है, जहां भेलखा गांव के रहने वाले ध्यान सिंह यादव का अरुष यादव (2) शुक्रवार की शाम घर के बाहर खेल रहा था, तभी अचानक अरुष घर के बाहर से ही गायब हो गया. घरवालों ने अरुष की खोजबीन काफी देर तक की. लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं चला, जिसके बाद ध्यान सिंह यादव ने इस पूरे मामले की सूचना मंझनपुर कोतवाली पुलिस को दी.

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा

मंझनपुर कोतवाली पुलिस (Manjhanpur Kotwali Police) 2 वर्ष के मासूम के अपहरण की सूचना मिलते ही हरकत में आई और घटनास्थल पर पहुंचकर बारीकी से छानबीन शुरू की तभी पुलिस को सूचना मिली कि कुछ देर पहले ही ध्यान सिंह का रिश्तेदार आशीष यादव घर के आस-पास दिखाई दिया था, जिसके बाद पुलिस ने इस पूरे मामले की छानबीन करते हुए आशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया.

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पुलिस की सक्रियता को देखते हुए अपरहणकर्ता अजीत यादव और उसका दोस्त दोनों मासूम को सड़क के किनारे छोड़कर फरार हो गए. पुलिस ने मासूम को अपने कब्जे में लेते हुए गिरफ्तार किए गए आशीष यादव से कड़ाई से पूछताछ की तो आशीष यादव ने पूछताछ में बताया कि वह बच्चे का अपहरण कर घर वालों से 20 लाख रुपये फिरौती लेने की योजना बनायी थी.

इसी के तहत उसने अपने भाई अजीत यादव और उसके दोस्त को भेजकर बच्चे का अपहरण करवाया था. पुलिस ने आशीष यादव के खिलाफ लिखा पढ़ी कर उसे जेल भेज दिया है. वहीं, पुलिस फरार चल रहे आरोपी अजीत यादव और उसके दोस्त की तलाश कर रही है.

पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा (Superintendent of Police Hemraj Meena) ने बताया कि भेलखा गांव से बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस टीम को सक्रिय किया था. पुलिस टीम ने काफी सक्रियता से काम करते हुए अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच्चे को मुक्त कराया. साथ ही एक अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया गया. अपहरणकर्ताओं का मकसद था कि वह बच्चे का अपहरण कर 20 लाख रुपये की फिरौती घरवालों से लेना चाहते थे. इस पूरे मामले में पुलिस टीम की सक्रियता के चलते बच्चे को सकुशल बरामद कर अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया गया है. फरार चल रहे दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी जल्द ही की जाएगी. मंझनपुर कोतवाली पुलिस को 10 हजार रुपये से पुरस्कृत किया जायेगा.

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