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राजू पाल हत्याकांड की जांच के लिए कौशांबी पहुंची सीबीआई, शूटर अब्दुल कवि के बारे में जुटाई जानकारी

अब्दुल कवि बाहुबली नेता और माफिया अतीक अहमद का शार्प शूटर बताया जाता है. करीब 18 साल पहले हुई पूर्व बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में भी अब्दुल कवि आरोपी है. हाल ही में प्रयागराज में उमेश पाल की 24 फरवरी को हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड का मास्टर माइंड अतीक को माना जा रहा है, जिसके चलते अब्दुल कवि के मकान पर प्रशासन ने बुलडोजर चला दिया था.

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राजू पाल हत्याकांड की जांच के लिए कौशांबी पहुंची सीबीआई
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Published : Mar 9, 2023, 8:35 PM IST

कौशांबी: राजू पाल हत्याकांड की जांच के सिलसिले में गुरुवार को सीबीआई का जांच दल कौशांबी के मंझनपुर तहसील पंहुचा. यहां पर सीबीआई ने राजू पाल हत्याकांड में शामिल शूटर अब्दुल कवि और उनके करीबियों के बारे में जानकारी हासिल की. तहसील के अभिलेख भी खंगले. सीबीआई ने तहसीलदार से लगभग 3 घन्टे पूछताछ की.

सीबीआई का दो सदस्यीच जांच दल पहले जिला अधिकारी से मिला, उसके बाद उन्होंने एसडीएम मंझनपुर से जमालपुर भखंदा और रकसराई गांव के भू-अभिलेख का ब्लू प्रिंट लिया. जिसमें शूटर अब्दुल कवि के पिता अब्दुल गनी, बाबा अब्दुल अजीज, समेत पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी फैजिया बानो, भाई अब्दुल कदीर, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी उसकी पत्नी शाहीन बानो के नाम अब तक की गई जमीन की खरीद फरोख्त का ब्योरा शामिल है. सीबीआई ने राजू पाल हत्याकांड के बाद यानी 2005 से लेकर अब तक का रिकार्ड लिया है.

सूत्र बताते है कि तहसीलदार भूपेंद्र सिंह से जो कुछ जानकारी उन्होंने संपत्ति से जुड़ी जमालपुर भखदा व रकसराई की मांगी उन्होंने उपलब्ध करा दी. बता दें कि प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में 18 साल पहले हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के राज को खोलने में जुटी सीबीआई की जांच ने तेजी पकड़ ली है. सीबीआई की जांच टीम गुरुवार को मंझनपुर तहसील अचानक पहुंची. दिल्ली से आए 2 अफसर तहसीलदार भूपाल सिंह के चैंबर में 3 घंटे बैठे रहे.

तहसील सूत्रों के मुताबिक माफिया अतीक के शूटर रहे अब्दुल कवि के बारे में कई सवाल किए गए, जिसमे प्रमुख रूप से अब्दुल कवि के पुश्तैनी मकान को गिराए जाने के बारे में था. इसके साथ ही शूटर अब्दुल कवि के खानदान और करीबियों की चल-अचल संपत्ति के राजस्व अभिलेख जुटाए गए. ये सब रिकॉर्ड लेकर सीबीआई की टीम वापस चली गई.

ये भी पढ़ेंः अतीक के शार्प शूटर के मकान पर चला बाबा का बुलडोजर, राजू पाल हत्याकांड का आरोपी भी है अब्दुल कवि

कौशांबी: राजू पाल हत्याकांड की जांच के सिलसिले में गुरुवार को सीबीआई का जांच दल कौशांबी के मंझनपुर तहसील पंहुचा. यहां पर सीबीआई ने राजू पाल हत्याकांड में शामिल शूटर अब्दुल कवि और उनके करीबियों के बारे में जानकारी हासिल की. तहसील के अभिलेख भी खंगले. सीबीआई ने तहसीलदार से लगभग 3 घन्टे पूछताछ की.

सीबीआई का दो सदस्यीच जांच दल पहले जिला अधिकारी से मिला, उसके बाद उन्होंने एसडीएम मंझनपुर से जमालपुर भखंदा और रकसराई गांव के भू-अभिलेख का ब्लू प्रिंट लिया. जिसमें शूटर अब्दुल कवि के पिता अब्दुल गनी, बाबा अब्दुल अजीज, समेत पत्नी कनीज फातिमा, भाई अब्दुल वली, उसकी पत्नी फैजिया बानो, भाई अब्दुल कदीर, उसकी पत्नी बुशरा, भाई अब्दुल मुगनी उसकी पत्नी शाहीन बानो के नाम अब तक की गई जमीन की खरीद फरोख्त का ब्योरा शामिल है. सीबीआई ने राजू पाल हत्याकांड के बाद यानी 2005 से लेकर अब तक का रिकार्ड लिया है.

सूत्र बताते है कि तहसीलदार भूपेंद्र सिंह से जो कुछ जानकारी उन्होंने संपत्ति से जुड़ी जमालपुर भखदा व रकसराई की मांगी उन्होंने उपलब्ध करा दी. बता दें कि प्रयागराज के सुलेम सराय इलाके में 18 साल पहले हुए पूर्व बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के राज को खोलने में जुटी सीबीआई की जांच ने तेजी पकड़ ली है. सीबीआई की जांच टीम गुरुवार को मंझनपुर तहसील अचानक पहुंची. दिल्ली से आए 2 अफसर तहसीलदार भूपाल सिंह के चैंबर में 3 घंटे बैठे रहे.

तहसील सूत्रों के मुताबिक माफिया अतीक के शूटर रहे अब्दुल कवि के बारे में कई सवाल किए गए, जिसमे प्रमुख रूप से अब्दुल कवि के पुश्तैनी मकान को गिराए जाने के बारे में था. इसके साथ ही शूटर अब्दुल कवि के खानदान और करीबियों की चल-अचल संपत्ति के राजस्व अभिलेख जुटाए गए. ये सब रिकॉर्ड लेकर सीबीआई की टीम वापस चली गई.

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