कौशांबी: माफिया अतीक अहमद के बहनोई डॉ अखलाक अहमद की कार शूटआउट के बाद कौशांबी में लावारिस मिली थी. कार को पुलिस ने थाने लाकर लावारिस दाखिल कर दिया और मामले की सूचना पुलिस के आलाधिकारी को नहीं दी. इसका खुलासा तब हुआ, जब एसटीएफ ने अखलाक अहमद को मेरठ से गिरफ्तार किया. मामले का खुलासा होने पर एसपी ने रविवार देर रात को थानाध्यक्ष और एक चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया.
बता दें कि प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र में 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड हुआ था. इस हत्याकांड में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल सहित दो पुलिसकर्मियों की मौत हुई थी. इसके बाद छापेमारी चल रही थी. वहीं, 6 मार्च को संदीपन घाट थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में एक कार मिली थी. चर्चा है कि शूटआउट को अंजाम देकर शूटर इसी कार से शहर से फरार हुए थे. शूटर्स कौशांबी में इस कार को छोड़कर दूसरी गाड़ी से भागे थे. 6 मार्च को कार लावारिस हालत में मिली तो इसको चौकी इंचार्ज हर्रायपुर कृष्ण कुमार यादव और संदीपन घाट थानाध्यक्ष राकेश राय ने कार को थाने में लावारिस दाखिल कर लिया. लेकिन, इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को नहीं दी.
इसका खुलासा, तब हुआ जब प्रयागराज पुलिस और एसटीएफ ने रविवार को माफिया अतीक अहमद के बहनोई डॉ अखलाक अहमद को मेरठ से गिरफ्तार किया. पुलिस ने उसे भी उमेश पाल शूटआउट में साजिश रचने का आरोपी बनाया है. मामले का खुलासा होने पर एसपी कौशांबी ब्रजेश श्रीवास्तव ने संदीपन घाट थाना प्रभारी राकेश राय और चौकी इंचार्ज कृष्ण कुमार यादव को कार्य में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड कर दिया है. क्योंकि, लावारिस मिली कार मेरठ निवासी डॉ अखलाक अहमद के नाम रजिस्टर्ड है. एसपी बृजेश श्रीवास्तव ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि कार्य में लापरवाही करने पर चौकी इंचार्ज हर्रायपुर कृष्ण कुमार यादव और संदीपन घाट थाना के थानाध्यक्ष राकेश भाई को सस्पेंड किया गया है.
यह भी पढ़ें: Ghazipur News : बंटी बबली गैंग की सदस्य सृष्टि राय की 53 लाख 48 हजार की संपत्ति कुर्क