कासगंज: प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है. नई-नई योजनाएं लागू की जा रही हैं. वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की कारगुजारियों के चलते ये सभी योजनाएं लापरवाही की भेंट चढ़ रही हैं. ताजा मामला जिले के ग्राम मिलक इलाही का है, जहां वर्षों से बंद पड़े उप स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीणों ने भूसा भरा हुआ है.
भूसा भरने के लिए बना ANM सेंटर
- पटियाली ब्लाक के ग्राम मिलक इलाही में महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से उप स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण कराया गया था.
- अस्पताल बनने के तीन वर्ष बाद भी यहां स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं शुरू हो पाई हैं.
- ईटीवी भारत ने जब मौके पर जाकर इस स्वास्थ्य केंद्र की पड़ताल की तो पाया कि उप स्वास्थ्य केंद्र के कमरों में भूसा भरा हुआ था.
- यहां पर बकायदा एएनएम की नियुक्ति है, लेकिन बेपरवाह एएनएम साहिबा यहां पर बैठने में अपनी तौहीन महसूस करती हैं.
महिलाओं ने कहीं ये बातें-
- ग्राम मिलक इलाही की ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि जब से यह अस्पताल बना है तब से खुला ही नहीं. यहां कभी भी एएनएम बैठने नहीं आईं.
- जब हमारी तबियत खराब होती है या प्रसव के लिए जाना होता है तो हमें 30-35 किलोमीटर दूर पटियाली या 25 किलोमीटर दूर कायमगंज जनपद फर्रुखाबाद जाना पड़ता है.
अब सवाल यह उठता है कि यह बेपरवाह अधिकारी अपने एसी लगे बंद कमरों से निकलना मुनासिब नहीं समझते. आखिर कोई अस्पताल तीन वर्षों से बंद पड़ा है और इसकी खबर उच्चाधिकारियों को क्यों नहीं हुई. आखिर इतने वर्षों में कोई अधिकारी यहां पर निरीक्षण करने क्यों नहीं पहुंचा. क्या इसी तरीके से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण अंचलों तक पहुंच पाएंगी?