कासगंज: जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल शर्मा ने सोरों को इसकी पौराणिक महत्ता देखते हुए जल्द ही धार्मिक ईको टूरिज्म के तौर पर विकसित करने की बात कही है. साथ ही योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं पर भी अधिकारी काम कर रहे हैं.
योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचाना है उद्देश्य
हमारा एकमात्र उद्देश्य योगी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को कासगंज जनपद में धरातल पर लाना और उन योजनाओं का लाभ प्रत्येक लाभार्थी तक पहुंचाना है. इस पर हमारे सभी अधिकारी मेहनत से काम कर रहे हैं. इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए जो भी बड़े कदम उठा सकते हैं उठाएंगे. कासगंज की सोरों नगरी के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सोरों धर्मनगरी है जिसके चलते हम तय करेंगे किस तरीके से इसे धार्मिक पर्यटन स्थल बनाया जा सके. यहां पर बहुत वृहद स्तर पर गंगा वन को डेवलप किया जा रहा है.
सोरों को तुलसीदास जी की जन्मस्थली
सोरों के तुलसीदास जी की जन्मस्थली पर माननीय मुख्यमंत्री जी के ध्यान में दोबारा इन बातों को लाया जाएगा. कई बंदिशें भी होती हैं, कई दायरे भी होते हैं, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि सोरों एक ऐसा स्थान है कि यहां के लिए काम किया जाना चाहिए और किया भी जाएगा. कुछ माह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एटा दौरे के दौरान सौरों को पर्यटन नगरी घोषित किया था. जिसका गजट आज भी पास नहीं हो सका है. वहीं दूसरी तरफ भाजपा नेता अमित शाह ने कासगंज में 2019 लोकसभा चुनाव में रैली के दौरान मंच से सोरों को तुलसीदास जी की जन्मस्थली बोला था, जबकि तुलसी पीठ के लिए पैकेज की घोषणा चित्रकूट के ग्राम राजापुर के लिए की गई थी. जिसके चलते उस समय सोरोंवासियों में असंतोष व्याप्त हुआ था.
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