कासगंज: एक तरफ देश की मोदी सरकार रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए लगातार प्रयास कर रही है और देश में बुलेट ट्रेन चलाने के सपने देखे जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ रेलवे के कर्मचारी मोदी सरकार की मंशा को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं. ताजा मामला जिले के बढ़ारी कला रेलवे स्टेशन का सामने आया है. जहां ट्रेन पटरी टूटी मिली है और कई ट्रेनें टूटी हुई पटरी से गुजर गई, लेकिन फिर भी स्थानीय रेलवे प्रशासन सोता रहा. मामला मीडिया में आने के बाद आनन- फानन में रेलवे प्रशासन जागा और पटरी की मरम्मत का कार्य शुरू किया.
जानिए क्या है पूरा मामला
- जिले के बढ़ारी कलां रेलवे स्टेशन का मामला
- स्टेशन की गेट संख्या 242C/T1 और पोल संख्या 235/19 के समीप रेल पटरी टूट गई.
- टूटी पटरी से ही कई ट्रेनें गुजर गयीं और गनीमत रही कि इस बीच कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
- वहीं स्थानीय रेलवे प्रशासन सोता रहा और उसे पटरी टूटने की भगक तक नहीं लगी.
- मामला मीडिया में आने के बाद आनन- फानन में रेलवे प्रशासन जागा और पटरी की मरम्मत का कार्य शुरू किया.
वहीं इस पूरे मामले में ईटीवी भारत संवाददाता ने इज्जत नगर मण्डल के पीआरओ राजेन्द्र सिंह से बात की तो उन्होंने पटरी चटकने का दोष पड़ रही भीषण गर्मी को दे दिया और अपनी जिम्मेदारी से बचते नजर आए.
आपको बता दें कि रेलवे के द्वारा प्रतिदिन पटरियों के आस- पास पैट्रोलिंग की जाती है. उसके बावजूद पटरी के चटके होने की जानकारी रेलवे को इतनी देर में हुई यह विभाग की लापरवाही को उजागर करता है.