कासगंज: जिले में शनिवार को भाकियू (Bharatiya Kisan Union) के कार्यकर्ताओं ने किसानों पर बिजली विभाग द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे वापस लेने के लिए सिढ़पुरा बिजली घर का घेराव कर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने दोषी लाइनमैन के खिलाफ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की. किसान नेताओं ने बिजली कर्मचारियों के खिलाफ थाने में तहरीर दी है.
कासगंज जनपद के सिढ़पुरा के ग्राम पिलुखनी में 10 जून को बिजली के कम वोल्टेज की समस्या को लेकर किसानों ने बिजली घर का घेराव किया था. इसके बाद बिजली विभाग के कर्मचारियों ने किसानों पर रजिस्टर फाड़ने और मारपीट करने का आरोप लगाया था. कर्मचारियों ने 9 नामजद और 25 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी को लेकर शनिवार को सिढ़पुरा बिजली घर पर भारतीय किसान यूनियन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और किसान नेता रवि पाल सिंह ने किसानों पर दर्ज झूठे मुकदमों के विरोध में प्रदर्शन किया.
उन्होंने कहा कि अगर यह झूठे मुकदमे वापस नहीं लिए गए तो कासगंज में एक्सईएन कार्यालय का घेराव किया जाएगा. किसान नेता ने बिजली कर्मचारियों पर अक्सर बिजली सही करने और विद्युत विभाग से सम्बंधित कार्य के लिए रिश्वत लेने का भी आरोप लगाया. किसान नेता ने कहा कि बिजली कर्मचारी नशे में धुत्त रहते हैं और उपभोक्ता किसानों से अभद्रता करते हैं.
बिजली विभाग के एसडीओ महावीर सिंह ने किसानों को हो रही परेशानी को स्वीकार करते हुए कहा कि जिस लाइन पर समस्या है उस पर ट्यूबवेल के कई कनेक्शन हैं, जिससे उस लाइन पर बिजली सुचारू रूप से नहीं चल पाती है. इसका प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेज दिया गया है. जल्द ही समस्या का समाधान हो जाएगा. वहीं, फर्जी मुकदमे को लेकर उन्होंने कहा कि ये जांच का विषय है.
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