कासगंज: जनपद में शनिवार को संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की खण्डित प्रतिमा कूड़े के ढेर में पड़ी मिली. मौके पर पहुंचे आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बाबा साहब और दलित समाज के अपमान पर लामबंद होकर प्रदर्शन कर प्रतिमा को सम्मानजनक स्थान पर रखने की मांग की.
पटियाली कोतवाली क्षेत्र की पुरानी पुलिस चौकी की टूटी पड़ी बिल्डिंग में बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की खंडित प्रतिमा को कूड़ा करकट में रखी देख आजाद समाजपार्टी के कार्यकर्ताओं में आक्रोश पैदा हो गया. जिसके चलते सैकड़ों की संख्या में आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए प्रतिमा को सम्मान सहित उचित स्थान पर स्थापित करने की मांग की.
आजाद समाज पार्टी के जिलाध्यक्ष विशाल कुमार ने बताया कि पटियाली में पुरानी पुलिस चौकी जर्जर होने के चलते तोड़ दी गई थी. क्षेत्र में विवाद के चलते बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा को इसी पुलिस चौकी में सालों पहले रखा गया था. लेकिन पुलिस चौकी टूटने के बाद पुलिसकर्मी तो यहां से चले गए लेकिन बाबा साहब की प्रतिमा यहीं कूड़े के ढेर में पड़ी रही. आज लोग वहां टॉयलेट कर रहे हैं, प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई है. संविधान के निर्माता की प्रतिमा की ऐसी दुर्दशा निश्चित तौर पर बाबा साहब और दलित समाज का अपमान है. प्रशासन को जल्द प्रतिमा सम्मानजनक तरीके से उचित जगह पर रखवानी चाहिए.
आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं के आक्रोश के बाद पहुंची पुलिस सम्मान के साथ बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की खंडित प्रतिमा को पटियाली कोतवाली लाए और कपड़े में लपेटकर कोतवाली में सुरक्षित रखवाया है.
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