कानपुर: यूपी में धर्मांतरण गैंग के खुलासे के बाद प्रदेश के कई शहरों से भी धर्मांतरण का मामला सामने आ रहा है. वहीं, कानपुर से भी एक धर्मांतरण का मामला सामने आया है. जिले के आदित्य नाम के एक मूक बधिर युवक का धर्मांतरण करा दिया गया है.
आदित्य काकादेव के पी ब्लॉक का रहने वाला है. परिजनों का कहना है सोशल मीडिया के माध्यम से कुछ लोग उससे मिले और आदित्य का ब्रेनवाश कर अपने पास बुला लिया. जहां उसका धर्म परिवर्तन करा दिया गया. आदित्य घरवालों से दिल्ली में नौकरी लगने की बात कहकर निकला था, लेकिन कुछ ही दिन बाद उसका परिजनों से संपर्क टूट गया. घर वालों ने थाने में इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. पुलिस ने जब नंबर सर्विलांस में लगाया तो लोकेशन केरल की आई. आदित्य की मां ने सोशल मीडिया के जरिए बीमारी का बहाना बनाकर आदित्य को घर बुलाने की कोशिश की और बहुत मनाने के बाद बीते रविवार को अचानक आदित्य घर आ गया.
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यूपी एटीएस ने सोमवार को किया था धर्मांतरण मामले का खुलासा
उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर गैर मुस्लिम लोगों के धर्मांतरण की सूचनाएं लगातार एटीएस को मिल रही थीं. वहीं, मूक बधिर छात्रों, कमजोर आय वर्ग के लोगों को नौकरी, शादी का लालच देकर उनका धर्मांतरण कराया जा रहा था. इसके साथ-साथ महिलाओं का भी धर्मांतरण कराया गया. इसके लिए आईएसआई और विदेशों से फंडिंग भी हो रही थी.
एटीएस ने सोमवार को जामिया नगर नई दिल्ली से जहांगीर और उमर गौतम नाम के दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. इन पर आरोप है कि इन लोगों ने प्रदेश में धर्मांतरण कराने में बड़ी भूमिका निभाई है. वहीं, एटीएस द्वारा जहांगीर और उमर गौतम से पूछताछ में यह भी जानकारी हाथ लगी है कि इसमें इस्लामिक दावा सेंटर नाम की संस्था शामिल हैं, जिसका संचालन उमर गौतम कर रहा था. वहीं, उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर से संचालित नोएडा डेफ सोसायटी के 117 मूक बधिर बच्चों को नौकरी, शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराया गया.