कानपुर: संजीत अपहरण एवं हत्याकांड मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित परिवार घटना की सीबीआई जांच की मांग को लेकर रविवार को शास्त्री चौराहे पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गया. साथ में स्थानीय लोग भी पीड़ित परिवार के साथ मौजूद रहे. सूचना पर गोविंद नगर विधायक सुरेंद्र मैथानी, डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी और एसएसपी डॉ. प्रीतिंदर सिंह पहुंचे.
अधिकारियों ने धरने पर बैठे पीड़ित परिवार को घटना की सरकार की ओर से सीबीआई जांच कराने की सिफारिश किए जाने की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने धरना समाप्त किया. पुलिस अभी तक मृतक के शव को बरामद नहीं कर पाई है. पुलिस के अनुसार शव की तलाश की जा रही है.
पीड़ित परिवार की मांग
घटना की सीबीआई जांच कराई जाए. वहीं मृतक की बहन ने कहा कि मेरा भाई जिस हालत में हो उसे खोजा जाए. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नार्को टेस्ट कराया जाए. साथ ही लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर आपराधिक मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए और घटना में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा दी जाए.
गौरतलब है कि जिले के बर्रा से 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का अपहरण उसके दोस्त ने फिरौती के लिए किया था. 26 जून को उसकी हत्या कर लाश पांडु नदी में फेंक दी थी. इसके बाद पुलिस को चकमा देकर 13 जुलाई को 30 लाख रुपये की फिरौती भी परिजनों से वसूल की थी.
पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए मृतक के दोस्त कुलदीप, रामबाबू समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया था. पुलिस के अनुसार आरोपी कुलदीप मृतक के साथ सैंपल कलेक्शन का काम करता था. उसने रतनलाल नगर में किराये पर कमरा ले रखा था और 22 जून की रात शराब पिलाने के बहाने वह उसे अपने कमरे पर ले गया था. हालांकि पुलिस अभी तक मृतक के शव की तलाश नहीं कर पाई है.