कानपुर: जिले के चमनगंज स्थित मोहम्मद अली पार्क में बीते 50 दिनों से सीएए के खिलाफ महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. वहीं दिल्ली हिंसा के मद्देनजर कानपुर में पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है. अतिसंवेदनशील इलाको में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि दिल्ली में जो हो रहा है, वह गलत है. इसमें बाहरी और शरारती तत्वों ने इस हिंसा को बढ़ाया है. हम लोग इस हिंसा का विरोध करते हैं. हम सीएए का विरोध कर रहे है, लेकिन हम हिंसा नहीं चाहते हैं, क्योंकि इसमें हमारे ही भाई बहन चाहे वह किसी भी धर्म जाति के हो उन्हें ही नुकसान होगा.
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वहीं सीएए और एनपीआर के मुद्दे पर दिल्ली में हुई हिंसा के बाद कानपुर में अमन शांति कायम करने के मकसद से उलेमाओं ने बैठक की. इस बैठक दौरान दिल्ली में नागरिकता संशोधन बिल के समर्थन और विरोध के नाम पर जो हिंसा हुई उसे गलत करार दिया गया. उलेमाओं ने कहा कि आंदोलन शांतिपूर्ण होना चाहिए. हक मांगना सबका अधिकार है, लेकिन ऐसी हिंसा गलत है.