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कानपुर में बारिश व तेज हवाओं ने गिरा दिया 15 डिग्री पारा, शहर में मौसम सुहाना

कानपुर में बारिश और तेज हवाओं ने तीन दिनों में 15 डिग्री पारा गिरा दिया. ऐसे में आगामी तीन से चार दिनों तक हीटवेव से राहत मिलेगी. वहीं, बारिश होने से आम और गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है, जबकि उड़द, मूंग और मक्का के लिए बारिश बेहद मुफीद है.

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Published : Apr 24, 2023, 8:47 PM IST

कानपुर: लगातार दो दिनों से चल रहीं तेज हवाओं और रुक-रुककर हो रही बारिश ने कानपुर का मौसम पूरी तरह से बदल दिया. शहर में पिछले चार दिनों के अंदर दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया, जो अपने आप में रिकार्ड है. चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) के मौसम वैज्ञानिक खुद भी यह बात कह रहे हैं. सोमवार को सुबह निकली धूप के बाद दोपहर में 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं और मौसम सुहाना हो गया. आगामी तीन से चार दिनों तक अब हीटवेव से आमजन को राहत मिलेगी. सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते मौसम का यू-टर्न है.

20 अप्रैल को 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक था तापमान: सीएसए के मौसम विभाग में दर्ज रिकार्ड के मुताबिक कानपुर में 20 अप्रैल को दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक था. हालांकि सोमवार को जब तापमान रिकार्ड किया गया तो पारा 25 डिग्री सेल्सियस पर आकर थम गया. एक खास बात यह भी है कि अब रात का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. ऐसे में दिन और रात के तापमान में अंतर बहुत कम होने के चलते मौसम वैज्ञानिक मान रहे हैं कि लोगों के लिए यह मौसम गर्मी के नजरिए से बहुत अच्छा है.

आम व गेहूं को नुकसान, उरद, मूंग व मक्का के लिए बारिश मुफीद: सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि जो बारिश हो रही है, उससे आम व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचेगा. आम के फूल व फल गिर जाएंगे, जबकि खेतों पर पका खड़ा गेहूं बर्बाद हो जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि राहत भरी बात यह है कि उरद, मूंग व मक्का के लिए यह बारिश मुफीद साबित होगी.

पढ़ेंः लखनऊ में मौसम खराब होने से बेंगलूर से आई फ्लाइट वाराणसी डायवर्ट

कानपुर: लगातार दो दिनों से चल रहीं तेज हवाओं और रुक-रुककर हो रही बारिश ने कानपुर का मौसम पूरी तरह से बदल दिया. शहर में पिछले चार दिनों के अंदर दिन का तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आ गया, जो अपने आप में रिकार्ड है. चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) के मौसम वैज्ञानिक खुद भी यह बात कह रहे हैं. सोमवार को सुबह निकली धूप के बाद दोपहर में 70 से 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से ठंडी हवाएं चलीं और मौसम सुहाना हो गया. आगामी तीन से चार दिनों तक अब हीटवेव से आमजन को राहत मिलेगी. सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते मौसम का यू-टर्न है.

20 अप्रैल को 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक था तापमान: सीएसए के मौसम विभाग में दर्ज रिकार्ड के मुताबिक कानपुर में 20 अप्रैल को दिन का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक था. हालांकि सोमवार को जब तापमान रिकार्ड किया गया तो पारा 25 डिग्री सेल्सियस पर आकर थम गया. एक खास बात यह भी है कि अब रात का तापमान 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. ऐसे में दिन और रात के तापमान में अंतर बहुत कम होने के चलते मौसम वैज्ञानिक मान रहे हैं कि लोगों के लिए यह मौसम गर्मी के नजरिए से बहुत अच्छा है.

आम व गेहूं को नुकसान, उरद, मूंग व मक्का के लिए बारिश मुफीद: सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि जो बारिश हो रही है, उससे आम व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचेगा. आम के फूल व फल गिर जाएंगे, जबकि खेतों पर पका खड़ा गेहूं बर्बाद हो जाएगा. हालांकि उन्होंने कहा कि राहत भरी बात यह है कि उरद, मूंग व मक्का के लिए यह बारिश मुफीद साबित होगी.

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