कानपुर: कुख्यात बदमाश और हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया है. इसके बाद जब ईटीवी भारत की टीम विकास दुबे के गांव बिकरू पहुंची तो पूरे गांव में सिर्फ और सिर्फ सन्नाटा ही दिखा. एक ओर जहां दहशत के साए में जी रहे लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं तो वहीं गांव की एक महिला हिम्मत दिखाते हुए ईटीवी भारत के कैमरे पर आई और खुलकर विकास दुबे की दहशतगर्दी बयां की.
एक तरफ जहां अपराधी विकास दुबे के डर से गांव के लोग निकलने की हिम्मत तक नहीं जुटा पा रहे हैं, वहीं इस महिला ने हिम्मत दिखाते हुए विकास दुबे के एनकाउंटर की मांग की है. ईटीवी भारत की टीम इस जांबाज महिला के जज्बे को सलाम करती है.
बता दें कि 2-3 जुलाई को रात करीब 12:30 बजे कानपुर पुलिस की तीन थानों की टीम विकास दुबे के बिकरू गांव में दबिश देने पहुंची थी. वहीं विकास दुबे को दबिश पड़ने की खबर पहले ही मिल चुकी थी, जिसके बाद उसने अपने घर के सामने जेसीबी लगा दी थी और ताबड़तोड़ फायरिंग कर 8 पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतार दिया था. इसके बाद गुरुवार को यानी 9 जुलाई को विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है.
जब ईटीवी भारत की टीम विकास दुबे के गांव बिकरू पहुंची तो यहां सिर्फ सन्नाटा देखने को मिला. जहां गांव के कुछ लोग पलायन कर चुके हैं, वहीं कुछ घरों में ताला लटकता हुआ दिखा. इसके साथ ही गांव में ही रहने वाली एक महिला ने विकास दुबे के काले चिट्ठे बताते हुए उसकी मौत की मांग की है. महिला का कहना है कि गिरफ्तारी से काम नहीं चलेगा, एनकाउंटर कर उसे मौत के घाट उतार दिया जाना चाहिए.
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वीडियो में देखा जा सकता है कि महिला पहले कैमरे पर आने को तैयार ही नहीं थी, लेकिन उसके बाद महिला विकास दुबे के बारे में खुलकर बोली. यह कहना गलत नहीं होगा कि कहीं न कहीं आज भी विकास दुबे का डर पूरे गांव में कायम है.