कानपुर: शहर में दिन प्रतिदिन आपराधिक घटनाएं बढ़ने लगी हैं. ऐसे में पुलिस की मुस्तैदी को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने कानपुर नगर के थाना फजलगंज की चौकियों का रियलिटी चेक किया. इस दौरान अधिकांश चौकी में सिर्फ ताला लटका मिला. इस बारे में सीओ ने सभी के बनारस में ड्यूटी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.
कागजों तक ही सीमित योजनाएं
प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ प्रदेश में पुलिस की मुस्तैदी को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर सारे दावे झूठे साबित हो रहे हैं. पुलिस और जनता के बीच संवाद बनाएं रखने के लिए डायल 112, महिला डेस्क समेत कई योजनाएं शुरू तो की गईं, लेकिन इन पर काम नहीं हो रहा है. जब चौकी में पुलिस कर्मी ही नहीं होंगे तो यह सभी योजनाएं सिर्फ कागज में धरी की धरी रह जाती हैं.
गुरुवार देर रात जब पुलिस की मुस्तैदी को लेकर ईटीवी भारत ने रियलिटी चेक किया तो शहर के प्रमुख थाने की चौकियों में पुलिस के जवान नदारद मिले. इतना ही नहीं, पुलिस चौकियों पर ताला लटका पाया गया. एक तरफ सर्दी बढ़ने के साथ ही शहर में अपराधों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, वहीं पुलिस का गैर जिम्मेदाराना रवैया अपराधियों का हौसला बढ़ा रहा है.
जरीब चौकी से विजय नगर तक चौकी बंद
शहर की जरीब चौकी से विजय नगर चौराहे तक दर्शनपुरवा और विजयनगर चौकी पड़ती है, लेकिन रात 12 बजे इन चौकियों में ताला लटका पाया गया. जबकि यह इलाका इंडस्ट्रीयल एरिया होने के चलते आपराधिक घटनाओं के लिये मशहूर है. यहां पर आए दिन घटनाएं होती रहती हैं. बावजूद इसके पुलिस के जवानों की उपस्थिति यहां अनिवार्य नहीं समझी गई.
बनारस गए ड्यूटी पर
जब इस संबंध में सीओ गीतांजलि सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि दोनों चौकी के स्टाफ बनारस ड्यूटी पर गये हुए हैं. उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों के बनारस में ड्यूटी होने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया.